नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने कहा है कि वह तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाए जाने के खिलाफ नहीं हैं। बता दें कि 85 वर्षीय देवगौड़ा की यह टिप्पणी उन खबरों के बाद आई है, जिनमें कहा गया था कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का मुद्दा चुनाव बाद के लिए छोड़ना चाहती हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यदि चुनाव से पहले इस विषय को उठाया गया तो विपक्ष की एकता को नुकसान पहुंच सकता है।
देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस ने कर्नाटक में कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार बनाई है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के लिए विपक्ष को एकजुट करने में कांग्रेस एक अहम भूमिका निभाएगी। पूर्व प्रधानमंत्री ने पिछले हफ्ते ही दिल्ली में इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया कि तीसरे मोर्चा का गठन अपने शुरूआती दौर में है और ममता सभी गैर बीजेपी पार्टियों को एक साथ लाने के लिए अपनी 'सर्वश्रेष्ठ कोशिश' कर रही हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के चेहरा के रूप में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख का समर्थन करेंगे, देवगौड़ा ने कहा, 'यदि ममता को प्रधानमंत्री के तौर पर प्रायोजित किया जाता है, तो उनका स्वागत है। इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री के रूप में 17 साल तक शासन किया। सिर्फ हमे (पुरूषों को) ही प्रधानमंत्री क्यों बनना चाहिए? ममता या मायावती को क्यों नहीं ?'
देवगौड़ा ने संकेत दिया कि वह किसी महिला प्रधानमंत्री के खिलाफ नहीं हैं। उन्होंने 1996 में संसद में महिला आरक्षण विधेयक का मार्गदर्शन किया था। उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि जेडी (एस) ने क्षेत्रीय पार्टियों को एकजुट करने की अभी तक कोई कोशिश नहीं की है। हालांकि, उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय पार्टियां बीजेपी का मुकाबला करने के लिए अन्य पार्टियों से सहयोग करने को तैयार हैं।
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