चंडीगढ़: कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू की भूमिका का संकेत दिया जहां करीब एक साल बाद चुनाव होने हैं। पिछले साल राज्य के मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले सिद्धू को रावत ने कांग्रेस का ‘राफेल’ बताया। कांग्रेस के पंजाब मामलों के प्रभारी रावत ने कहा कि पार्टी के विधायक सिद्धू के घोर आलोचक भी उनकी उपयोगिता से इनकार नहीं कर सकते। साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि सिद्धू और मुख्यमंत्री अमरिदंर सिंह के बीच कोई मतभेद नहीं है।
अमृतसर में रावत ने सिद्धू से उनके आवास पर मुलाकात की थी जिसके बाद सिद्धू ने केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ पार्टी के नेता राहुल गांधी, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और अन्य नेताओं की मौजूदगी में चार अक्टूबर को ट्रैक्टर रैली में हिस्सा लिया था। सिद्धू का अमरिंदर सिंह के साथ टकराव चल रहा था और पिछले साल जून में मंत्रिमंडल फेरबदल के बाद महत्वपूर्ण विभाग ले लिए जाने पर उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
रावत ने सिद्धू की तुलना बहुउद्देश्यीय भूमिका वाले लड़ाकू विमान राफेल से करते हुए कहा , ‘‘राष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है। मैंने हाल में कहा था कि वह हमारे शस्त्रागार के राफेल की तरह हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में भी उनकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है और उनके कटु आलोचक भी इससे इनकार नहीं कर सकते। राजनीति में कभी-कभार ऐसा होता है कि कई लोग आपको पसंद नहीं करते लेकिन आपकी उपयोगिता को देखते हुए वे स्वीकार लेते हैं । यही राजनीति है। इसलिए इन सबके बीच हम उचित समय पर उनके लिए भूमिका तलाश करेंगे।’’
रावत मंगलवार को सिद्धू के जन्मदिन पर उनसे मिले और उनके लिए केक भी मंगाया। उन्होंने कहा, ‘‘विधानसभा में जिस तरह सिद्धू बोले उसके लिए मैं उन्हें आशीर्वाद देना चाहूंगा।’’ रावत ने मुख्यमंत्री की भी तारीफ करते हुए कहा, ‘‘उन्होंने (प्रस्ताव, कृषि विधेयक पर) अपने बाद सिद्धू को बोलने के लिए आमंत्रित किया, यह उनके प्रति भरोसे को दिखाता है।’’
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