नई दिल्ली/चंडीगढ़: कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर आग्रह किया कि उन्हें पंजाब के लिए पार्टी प्रभारी की जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए। सूत्रों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि रावत ने अगले साल होने वाले उत्तराखंड विधानसभा चुनाव पर पूरा ध्यान केंद्रित करने के लिए खुद को पंजाब प्रभारी की जिम्मेदारी से मुक्त करने का आग्रह किया है। बता दें कि पिछले कुछ महीनों से पंजाब कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। सूबे के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं।
इस बीच कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि रावत ने सोनिया से मुलाकात के दौरान पंजाब कांग्रेस से संबंधित विषयों पर चर्चा करने के साथ ही प्रभारी की जिम्मेदारी से मुक्त किए जाने का आग्रह किया। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की चुनाव अभियान समिति के प्रमुख रावत ने गुरुवार को कहा था कि उनके मन में यह है कि राज्य विधानसभा चुनाव पर पूरा ध्यान लगाने के लिए वह नेतृत्व से पंजाब प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी से मुक्त किये जाने का आग्रह करेंगे। उन्होंने यह भी कहा था, ‘अगर मेरी पार्टी कहती है, आप इसे (पंजाब प्रभारी की जिम्मेदारी) जारी रखें तो मैं इस जिम्मेदारी का निवर्हन करता रहूंगा।’
बता दें कि कि पंजाब और उत्तराखंड में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होना है। पंजाब में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच रिश्तों में कड़वाहट के कारण पिछले कुछ महीनों में कई बार विवाद खड़ा हुआ है। रावत के करीबियों का कहना है कि पंजाब कांग्रेस में विवाद को सुलझाने के प्रयास में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अपने राज्य में पूरा ध्यान नहीं दे पा रहे हैं, जबकि वह कांग्रेस की ओर से उत्तराखंड के सबसे बड़े चेहरे हैं।
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