हार्दिक पटेल का अनशन 12वें दिन भी जारी, कांग्रेस ने CM से मिलने का समय मांगा
गुजरात के कांग्रेस प्रभारी राजीव सातव के हार्दिक के पास जाने के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग छिड़ गई। हार्दिक यहां 25 अगस्त से अनशन पर बैठे हुए हैं।
अहमदाबाद: पाटीदार कोटा आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल का अनशन बुधवार को 12 वें दिन भी जारी रहा। इस बीच, कांग्रेस ने कृषि ऋण माफी के लिए उनकी मांग को अपना समर्थन दिया और गुजरात की भाजपा सरकार पर किसानों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। गुजरात के कांग्रेस प्रभारी राजीव सातव के हार्दिक के पास जाने के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग छिड़ गई। हार्दिक यहां 25 अगस्त से अनशन पर बैठे हुए हैं।
सातव ने कृषि ऋण माफी के लिए हार्दिक की मांग का समर्थन किया और आरोप लगाया कि भाजपा को किसानों की परवाह नहीं है। उन्होंने हार्दिक से मुलाकात के बाद कहा, ‘‘भाजपा किसानों और उनके मुद्दों के बारे कभी बात नहीं करती। उसे सिर्फ चुनाव के दौरान उनकी याद आती है और उसके बाद भूल जाती है। राज्य सरकार को हार्दिक द्वारा उठाए गए मुद्दे पर अवश्य ही चर्चा करनी चाहिए।’’ सातव ने कहा, ‘‘चूंकि भाजपा सरकार ने अनशन खत्म करने के लिए पटेल को मनाने की कोई कोशिश शुरू नहीं की है, इसलिए हम इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री से मिलेंगे। सरकार को झुकना होगा। यदि यह नहीं झुकी तो हम दबाव बनाएंगे। हमने मुख्यमंत्री (विजय रूपाणी) से मिलने का समय मांगा है।’’
इस पर, गुजरात के ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल ने कहा कि कांग्रेस को आरक्षण पर हार्दिक की मांग के बारे में पहले अपना रूख स्पष्ट करना चाहिए। सातव ने कई चीजें कहीं, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि उनकी पार्टी पाटीदारों को आरक्षण कैसे देगी जब उच्चतम न्यायालय ने 50 फीसदी की सीमा तय कर रखी है। मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को इस बारे में आत्मावलोकन करने की जरूरत है कि उसने किसानों के लिए क्या किया है। हमने गुजरात में कृषि क्षेत्र के लिए 30,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार का मानना है कि हार्दिक को अपना अनशन खत्म करना चाहिए और चिकित्सकों से सहयोग करना चाहिए। वहीं, पाटीदार अनामत आंदोलन समिति ने कहा कि यह सरकार पर दबाव बढ़ाएगी और विधायकों तथा सांसदों से संपर्क करेगी। समिति के संयोजक मनोज पानरा ने कहा है कि इसके सदस्य सभी 182 विधायक, लोकसभा के 26 सांसदों और राज्यसभा के 11 सदस्यों (राज्य से) कल से मिलेंगे और उनसे पूछेंगे कि क्या वे इस उद्देश्य के लिए हार्दिक का समर्थन करते हैं या नहीं।