नई दिल्ली: राम मंदिर के मुद्दे पर केंद्र सरकार के सुप्रीम कोर्ट जाने के फैसले से सुब्रमण्यम स्वामी खुश हैं। स्वामी ने कहा कि अयोध्या में मंदिर बनाने का आधा काम अब हो गया है। स्वामी ने कहा कि सरकार चाहे तो अब गैर विवादित जमीन पर मंदिर का निर्माण काम शुरू कर सकती है।
इससे पहले स्वामी ने कहा था, ‘’ये अयोध्या केस की सुनवाई नहीं थी, ये राम जन्मभूमि का टाइटल इश्यू है। सुन्नी वक्फ बोर्ड कहता है कि वो उनकी प्रॉपर्टी है और निर्मोही अखाड़ा-राम जन्मभूमि न्यास कहता है कि वो उनकी प्रॉपर्टी है। नरसिम्हा राव सरकार की कैबिनेट का फैसला था, जिसे सुप्रीम कोर्ट को भी बताया गया कि अगर ये पता लगा कि यहां पहले मंदिर था और उसके बाद मस्जिद बनाई गई, तब हम जमीन को हिंदूओं को दे देंगे।‘’
स्वामी ने आगे कहा, ‘’मुझे नहीं पता कि ये विवाद सुप्रीम कोर्ट में कब तक चलेगा। देश की जमीन की आखिरी मालिक सरकार ही होती है। अगर सरकार आपकी जमीन लेती है तो आपको मुआवजा देती है। विवाद इस बात पर होता है कि मुआवजा पर्याप्त है या नहीं।‘’
बता दें कि केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेगी जिसमें विवादित ज़मीन के अलावा अधिग्रहित की गई अतिरिक्त ज़मीन राम जन्मभूमि न्यास को लौटाने की अपील की गई है। 1993 में केंद्र सरकार ने अयोध्या में करीब 67 एकड़ ज़मीन का अधिग्रहण किया था।
माना जा रहा है कि अयोध्या केस के सुनवाई में हो रही देरी की वजह से केंद्र सरकार ने ये कदम उठाया है। चूंकि आसपास की सारी जमीन हिंदुओ की है इसीलिए सरकार उस पर निर्माण करने का रास्ता खोज रही है। फिलहाल इसे फ़ाइल किया जा रहा है। देखना होगा कि इस याचिका से मुख्य टाइटल शूट पर कितना असर पड़ेगा।
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