सोमनाथ के दर पर आज बीजेपी के 'शाह', गुजरात में किसे मिलेगा वोट का 'प्रसाद'?
वैसे तो गुजरात के चुनावी महासमर का आगाज़ अमित शाह भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद लेकर कर चुके हैं जब वो 8 नवंबर को सोमनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे थे लेकिन आज इस मंदिर में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी के मायने अलग होंगे।
नई दिल्ली: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आज सोमनाथ मंदिर में आरती के लिए जा रहे हैं। चुनावों के बीच ये दूसरा मौकै है जब अमित शाह आरती के लिए सोमनाथ मंदिर में जाएंगे। गुजरात में स्थित सोमनाथ मंदिर इस वक्त सियासत का केन्द्र बन गया है। 29 नवंबर को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमनाथ में पूजा अर्चना की थी जिसके बाद एक रजिस्टर में उनकी गैर हिंदू एंट्री को लेकर जमकर बवाल हुआ। राहुल गांधी के धर्म पर सवाल उठाये गये। कांग्रेस की तरफ से ये साबित करने की कोशिश की गई कि राहुल गांधी न केवल हिंदू हैं बल्कि जनेऊ भी पहनते है और अब अमित शाह सोमनाथ में हैं और वो इस शिवालय में सुबह की आरती में शरीक होंगे।
सोमनाथ क्यों है खास?
- सोमनाथ मंदिर का शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में पहला स्थान
- गजनवी-खिलजी जैसे मुग़ल राजाओं ने मंदिर को 5 बार गिराया
- राजा भीम और मालवा के राजा भोज ने पुनर्निर्माण कराया
- मुगल बादशाह औरंगजेब ने इसे फिर 1706 में गिरा दिया
- मौजूदा मंदिर को सरदार वल्लभ भाई पटेल ने बनवाया था
- दिसंबर 1995 को सोमनाथ मंदिर राष्ट्र को समर्पित किया गया
वैसे तो गुजरात के चुनावी महासमर का आगाज़ अमित शाह भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद लेकर कर चुके हैं जब वो 8 नवंबर को सोमनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे थे लेकिन आज इस मंदिर में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी के मायने अलग होंगे।
सोमनाथ का सियासी गणित
- गिर सोमनाथ में 4 विधानसभा सीटें आती हैं
- सोमनाथ वेरावल तालुका का प्रतिनिधित्व करता है
- 2012 में सोमनाथ से कांग्रेस के जसभाई जीते थे
- सोमनाथ विधानसभा में 2,18,884 मतदाता हैं
- गिर सोमनाथ की दूसरी विधानसभा सीट तलाला है
- 2016 के उपचुनाव में भाजपा ने तलाला सीट जीती
- भाजपा से पहले 2012 में ये सीट कांग्रेस के पास थी
- कोडीनार सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है
- कोडीनार में कुल मतदाताओं की संख्या 1,95,048 है
- कोडनार से मौजूदा विधायक भाजपा के जेठाभाई सोलंकी
- गिर सोमनाथ की चौथी विधानसभा सीट ऊना है
- ऊना गुजरात में सबसे ज्यादा गांवों वाला तालुका है
सोमनाथ मंदिर को भारत के 12 ज्योतिर्लिंगो में सबसे पहले ज्योतिर्लिंग के रूप में माना जाता है और ये भी माना जाता है कि यहां से जीत का आशीर्वाद ज़रूर मिलता है तभी तो भगवान भोले के दर पर सियासी चहल पहल बनी ही रहती है। इसी साल 8 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सोमनाथ मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे। अमित शाह पीएम के साथ मौजूद थे। वक़्त था यूपी समेत 5 राज्यों में चुनावी नतीजों का और भगवान भोले के दर से पीएम को जीत का रास्ता मिला भी।
इतना ही नहीं ये वही सोमनाथ मंदिर है जहां से साल 1990 में भाजपा के लालकृष्ण आडवाणी ने रथ यात्रा की शुरुआत की थी जिसने हिंदुत्व को आधार बना कर भाजपा का भविष्य बदल दिया। मौसम फिर से चुनाव का है लेकिन इस बार सोमनाथ मंदिर से शुरू हुई हिंदू वोटों की लड़ाई भी जीतनी है जिसके लिए अमित शाह जी जान लड़ाने को तैयार है।