नई दिल्ली: पूर्व IPL कमिश्नर ललित मोदी की मुश्किलें कम होती नज़र नहीं आ रही हैं। सुषमा स्वराज और ललित मोदी मामले पर किरकिरी झेल रही मोदी सरकार पर अपने उपर बन रहे चौतरफा दबाव के चलते इस विवाद पर कार्यवाही कर सकती है। केंद्र सरकार ललित मोदी को कानून के सामने पेश करने के लिए रेड कॉर्नर नोटीस जारी करने के बारे में गंभीरता से सोच रही है। अगर ऐसा होता है तो इंटरपोल ललित मोदी को गिरफ्तार कर भारत को सौंप सकती है। अभी तक ललित मोदी के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी है जिसके तहत उन्हें पकड़ा नहीं जा सकता है।
एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) यानि प्रवर्तन निदेशालय भी ललित मोदी के खिलाफ जांच में तेजी ला रही है। दअरल मॉरिसस की एक कंपनी ने ललित मोदी की कंपनी में 21 करोड़ रुपए का निवेश किया था, ED इस निवेश की जांच करने वाली है। खबर है कि, अवैध तरीके से ये पैसे ललित मोदी की कंपनी में लगाये गए थे। पिछले साल अक्टूबर में ही ED ने इस मामले की पड़ताल शुरू की थी। जांच में पता चला था कि ललित मोदी के रिश्तेदारों की कंपनी में कुछ विदेशी निवेश हुआ था। सूत्रों के मुताबिक ED इस संबंध में कंपनी के कुछ कर्मचारियों से पूछताछ कर चुकी है और अब कुछ और लोगों को पूछताछ के लिए समन भेजा जा चुका है।
कांग्रेस का चौतरफा विरोध
दूसरी तरफ कांग्रेस इस मसले पर सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। कांग्रेस सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग तो कर ही रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा कि, सुषमा और वसुंधरा ने IPC की कई धाराओं का किया उल्लंघन है। उन पर भ्रष्टाचार का केस बनता है।
साथ ही, सचिन पायलट ने कहा कि, राजस्थान कांग्रेस वसुंधरा राजे के खिलाफ प्रदर्शन शुरू करेगी।
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