नई दिल्ली। अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद भारत सरकार का क्या रुख होगा इसको लेकर गुरुवार को दिल्ली में हुई सर्वदलीय बैठक के दौरान सरकार की तरफ से कुछ संकेत दिए गए हैं। इंडिया टीवी को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरकार की तरफ से सर्वदलीय बैठक में कहा गया है कि अफगानिस्तान के मामले पर पूरी दुनिया फिलहाल Wait and Watch की नीति पर चल रही है और भारत भी इसी नीति पर आगे बढ़ रहा है।
सूत्रों के अनुसार सर्वदलीय बैठक में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला की तरफ से विस्तारपूर्वक सभी दलों के नेताओं को एक प्रेजेंटेशन दी गई जिसमें बताया गया कि सरकार किस तरह से अफगानिस्तान से अपने लोगों को बाहर निकाल रही है, बैठक को सबसे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संबोधित किया। सरकार की तरफ से बताया गया कि अफगानिस्तान में फंसे लोगों को निकालने के लिए भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से दिल्ली में जो विशेष हेल्प डेस्क बनाया गया है उसपर अबतक 15000 लोगों ने संपर्क किया है।
संसदीय सौंध में आयोजित इस बैठक में जयशंकर के अलावा राज्यसभा के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल तथा संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी भी मौजूद थे । इस महत्वपूर्ण बैठक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, द्रमुक नेता टी आर बालू, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा, अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल सहित कुछ अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया ।
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