पणजी: शिवसेना की गोवा इकाई ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा को एक ज्ञापन सौंपकर उनसे मांग की है कि सरकार के ‘नहीं चल पाने’ और किसी भी अन्य दल की वैकल्पिक सरकार बनाने की असमर्थता के चलते विधानसभा भंग कर दी जाए। संयोग से, 40 सदस्यीय विधानसभा में शिवसेना का कोई विधायक नहीं है।
शिवसेना नेता जितेश कामत ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर अग्नाशय की बीमारी के चलते नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती हैं, ऐसे में उनकी अनुपस्थिति में राज्य प्रशासन ठहर गया है। उन्होंने कहा कि ज्ञापन पर गोवा के हजारों लोगों के हस्ताक्षर हैं।
उन्होंने कहा कि हमने राज्यपाल से भेंट की और मांग की कि विधानसभा भंग कर दी जाए क्योंकि राज्य में न तो कोई सरकार है और कोई भी स्थिर सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है। दिन में एम्स में भाजपा नेताओं और गठबंधन के सहयोगियों के एम्स में पर्रिकर से मुलाकात करने के बारे में कामत ने कहा कि यह बड़े शर्म की बात है कि मंत्रिमंडल की बैठकें अब अस्पताल में हो रही हैं।
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