पणजी: राष्ट्रीय स्तर पर खुद को स्थापित करने की कोशिशों में जुटी आम आदमी पार्टी को गोवा में एक के बाद एक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पहले जहां गोवा यूनिट के महासचिव प्रदीप पदगांवकर ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया था, वहीं अब राज्य के संयोजक ने भी इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। गोवा AAP के संयोजक इल्विस गोम्स ने शुक्रवार को कहा कि वह अपना पद छोड़ रहे हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि वह जमीनी स्तर पर पार्टी के लिए काम करते रहेंगे और 2022 विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी का आधार बढ़ाने की कोशिश करेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गोम्स के इस्तीफे के बाद उन्हें गोवा का बेहतरीन नेता बताया है।
‘जमीनी स्तर पर काम करूंगा’
गोम्स ने पणजी में अपने फैसले पर बोलते हुए कहा, 'मैंने गुरुवार को राज्य कार्यकारिणी समिति को सूचित किया। विधानसभा चुनाव से पहले आगामी डेढ़ साल आम आदमी पार्टी के लिए महत्वपूर्ण हैं। विपक्ष वास्तव में अस्तित्वहीन है। मैं पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए जमीनी स्तर पर काम करूंगा।' उन्होंने उन रिपोर्ट्स का खंडन कर दिया, जिसमें कहा गया था कि वह कुनकोलिम क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। इस सीट से उन्होंने 2017 में चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। हालांकि संयोजक पद से गोम्स के इस्तीफे को राज्य में अपनी उपस्थिति मजबूत करने में जुटी पार्टी के लिए एक झटका माना जा रहा है।
हफ्ते भर में ही दूसरा झटका बता दें कि इल्विस गोम्स से पहले इस सप्ताह की शुरुआत में,
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गोवा यूनिट के महासचिव प्रदीप पदगांवकर ने स्वास्थ्य कारणों से अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे को भी पार्टी के लिए एक झटका ही माना गया था, क्योंकि विधानसभा चुनावों में अब अलगभ 2 साल का वक्त बचा है और पार्टी को अपनी स्टेट यूनिट फिर से चाक-चौबंद करनी होगी। आम आदमी पार्टी ने गोवा में जबसे राज्य इकाई का निर्माण किया है, पार्टी ने एक लोकसभा और एक विधानसभा चुनाव लड़ा है। इन दोनों ही चुनावों में पार्टी की करारी हार हुई है। इसे इस बात से समझा जा सकता है कि 40 सदस्यीय विधानसभा में आम आदमी पार्टी का फिलहाल कोई सदस्य नहीं है।
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