कोलकाता: कभी सरेआम एक युवक की गर्दन काटकर उसके सिर से फुटबॉल खेलने वाले पश्चिम बंगाल माफिया डॉन राममूर्ति उर्फ रमुआ की हत्या मामले में नया खुलासा हुआ है। मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि रमुआ के मर्डर की सुपारी उसकी पत्नी और बेटे ने दी थी और वे डॉन की हत्या के वक्त घटनास्थल पर मौजूद थे। उत्तर 24 परगना जिले में सोदपुर में 13 जनवरी को दक्षिण भारतीय मूल के रमुआ की उसके घर पर आधी रात के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
पुलिस ने बताया कि रमुआ की पत्नी और बेटे से लंबी पूछताछ के बाद, दोनों ने स्वीकार किया कि रमुआ की यातना से बचने के लिए उन्होंने ही हत्या की साजिश की थी। रमुआ के बेटे ने अपने दोस्तों को पिता की हत्या के लिए तीन लाख रुपये की सुपारी दी थी। पश्चिम बंगाल के सोदपुर के कुख्यात रमुआ हत्याकांड में झारखंड के जमशेदपुर के 2 युवकों को भी गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विशाल मेनन और श्याम सुंदर दास को बिरसानगर थाना इलाके से गिरफ्तार किया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रमुआ के बेटे का कहना है कि उसके पिता उसके और उसकी मां के साथ मारपीट करते थे, जिसके चलते उन्हें रास्ते से हटा दिया गया। सूबे के कुख्यात डॉन रमुआ की हत्या 13 जनवरी को 24 परगना नार्थ के खरदा थानान्तर्गत सौदपुर स्थित उसके घर में कर दी गई थी। मूल रूप से दक्षिण भारत के रहने वाले रमुआ ने 15 अगस्त 1996 को एक शख्स की हत्या कर उसके सिर से फुटबॉल खेला था। वह 90 के दशक से ही पूरे इलाके में आतंक का पर्याय बन चुका था।
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