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विभिन्न राज्यों के पूर्व राज्यपाल रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भीष्म नारायण सिंह का लंबी बीमारी के बाद निधन

असम और तमिलनाडु सहित विभिन्न राज्यों के राज्यपाल रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री भीष्म नारायण सिंह का लंबी बीमारी के बाद कल नोएडा के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।

<p>Bhishma Narain Singh</p>- India TV Hindi Bhishma Narain Singh

नयी दिल्ली: असम और तमिलनाडु सहित विभिन्न राज्यों के राज्यपाल रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री भीष्म नारायण सिंह का लंबी बीमारी के बाद कल नोएडा के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे। अस्पताल सूत्रों ने आज यह जानकारी दी। उन्होंने बताया, ‘‘हाई ग्रेड बी सेल लिंफोमा विद मेटास्टेसिस’’ से पीड़ित सिंह का कल शाम नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में निधन हो गया। अस्पताल के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘उन्हें 28 जुलाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और कल शाम 4:35 बजे उनका निधन हो गया।’’ उन्होंने बताया कि सिंह के शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। (जम्‍मू-कश्‍मीर: सोपोर में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को घेरा, मुठभेड़ जारी )

सिंह के पुत्र उमाशंकर सिंह ने बताया कि वह दो महीने से बीमार थे। उन्हें नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां कल दोपहर उन्होंने अंतिम सांस ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी और कई वरिष्ठ नेताओं ने सिंह के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुखर्जी ने ट्वीट किया, ‘ ‘मेरे प्रिय दोस्त डॉ. भीष्म नारायण सिंह के निधन पर मुझे गहरा दुख हुआ है। देश और कांग्रेस पार्टी के लिए किये गये उनके कार्यों को हमेशा याद किया जाएगा।’’ उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने ट्वीट किया, ‘‘डॉ. भीष्म नारायण सिंह जी के निधन के बारे में सुनकर गहरा दुख हुआ, जिन्होंने राज्यपाल और केंद्रीय मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दी। वह एक स्वतंत्रता सेनानी थे, वह अंतिम सांस तक गांधीवादी रहे। इस दुख की घड़ी में उनके परिजनों और दोस्तों के प्रति मैं संवेदना व्यक्त करता हूं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।’’

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘वे पूरा जीवन गांधीवादी विचारधारा पर चले और स्वयं को गरीबों के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया। भगवान उनके परिजनों और समर्थकों को इस क्षति को सहन करने की शक्ति दे।’’ राहुल ने ट्वीट कर कहा, ''डॉक्टर भीष्म नारायण सिंह के निधन से कांग्रेस पार्टी में शून्य उत्पन्न हो गया है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदना उनके परिवार के साथ है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।'' कांग्रेस नेता अशोक गहलोत और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भीष्म नारायण सिंह के रूप में देश ने एक बड़े व्यक्तित्व को खो दिया है। सिंह ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल एवं अविभाजित बिहार में कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया था। उन्होंने हमेशा संसदीय लोकतंत्र की मजबूती की बात की। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्रों में अपूरणीय क्षति हुयी है।

नीतीश कुमार ने कहा कि दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों, अनुयायियों एवं प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। गौरतलब है कि भीष्म नारायण सिंह मूल रूप से झारखंड के पलामू जिले के रहने वाले थे। वह आजीवन कांग्रेस से जुड़े रहे। 30 वर्ष तक वह अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सदस्य रहे। सिंह बिहार के शिक्षा, खाद्य आपूर्ति और वाणिज्य मंत्री भी रहे। वह 1976 में राज्यसभा के लिए चुने गए। उन्होंने केन्द्र में संसदीय कार्य, आवास, श्रम, खाद्य, नागरिक आपूर्ति तथा संचार मंत्री के रूप में काम किया। 1984 में उन्हें असम और मेघालय का राज्यपाल बनाया गया। बाद में वह सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और तमिलनाडु के राज्यपाल भी रहे।

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