पूर्व CM और केंद्रीय मंत्री अर्जुन सिंह की पत्नी ने बेटे-बहू पर घर से बेदखल करने का लगाया आरोप
कांग्रेस के दिवंगत दिग्गज नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की पत्नी सरोज कुमारी (83) ने अपने दो बेटों अजय सिंह एवं अभिमन्यु सिंह के साथ-साथ बहू सुनीति सिंह के खिलाफ आज यहां अदालत में घरेलू हिंसा और संपत्ति पर अवैध रूप से कब्जा कर उन्हें बेदखल करने का आवेदन पेश किया है।
भोपाल: कांग्रेस के दिवंगत दिग्गज नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की पत्नी सरोज कुमारी (83) ने अपने दो बेटों अजय सिंह एवं अभिमन्यु सिंह के साथ-साथ बहू सुनीति सिंह के खिलाफ आज यहां अदालत में घरेलू हिंसा और संपत्ति पर अवैध रूप से कब्जा कर उन्हें बेदखल करने का आवेदन पेश किया है। इस आवेदन पर त्वरित सुनवाई करते हुए भोपाल के न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी गौरव प्रज्ञान की अदालत ने आज शाम अजय, अभिमन्यु एवं सुनीति को नोटिस जारी करने के आदेश दे दिये हैं। अदालत ने इस मामले की अगली सुनवाई 19 जुलाई तय की है।
अजय सिंह (64) सरोज के छोटे बेटे हैं। वह कांग्रेस के सीनियर नेता हैं और वर्तमान में मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं, जबकि सुनीति (60) अजय की पत्नी है। अभिमन्यु (68) बड़े बेटे हैं और वर्तमान में बेंगलुरू में रहते हैं। सरोज ने भोपाल के न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी गौरव प्रज्ञान की अदालत में घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 12 एवं सहपठित धारा 18, 19, 20 एवं 22 के अंतर्गत आवेदन दिया है और अपने बेटों अजय और अभिमन्यु पर घरेलू हिंसा करने, घर से बेदखल करने और भरण-पोषण नहीं करने का आरोप लगाया है।
सरोज ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा, ‘‘मैं आज दोपहर एनआरआई उद्योगपति सैम वर्मा और बेटी वीणा सिंह के साथ अदालत पहुंचीं और अपने वकील दीपेश जोशी के माध्यम से यह आवेदन अदालत में पेश किया।’’ वर्तमान में अपने दोनों बेटे से अलग नोएडा में रह रही सरोज ने अपनी अर्जी में कहा, ‘‘मेरे बेटों अजय सिंह (राहुल भैया) और अभिमन्यु सिंह ने घरेलू हिंसा कर मुझे मेरे ही घर से बेदखल कर दिया है। उन्होंने मेरा भरण-पोषण करने से इनकार कर दिया है। इस वजह से मुझे मजबूरी में अदालत की शरण लेनी पड़ी है।’’
उन्होंने आवेदन में लिखा, ‘‘मेरे पति स्वर्गीय अर्जुन सिंह ने जीवनभर कांग्रेस पार्टी में रहकर उसके उन उसूलों पर काम किया जिनसे महिला संरक्षण हो और असहाय व्यक्तियों को सहयोग मिले। लेकिन मेरे बेटे अजय सिंह ने कांग्रेस पार्टी के उन्हीं उसूलों को ताक में रखकर मुझे मेरे घर से बेदखल कर दिया। मुझे इस अवस्था और इस उम्र में अपना घर छोड़कर अलग-अलग जगहों पर रहना पड़ रहा है। यह कृत्य कांग्रेस पार्टी के उसूलों के खिलाफ है। यह प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी का नेता और सर्वसंपन्न होने के बावजूद मेरे बेटे के चरित्र को परिभाषित करता है।’’
सरोज ने अर्जी में आगे कहा, ‘‘मैं चाहती हूं कि अदालत मुझे मेरे निवास में रहने देने में मदद करे और अजय सिंह को वहां से हटाने करने का आदेश दे। मुझे न्याय मिलने का भरोसा है।'' जिस घर के लिए मां-बेटों में यह विवाद चल रहा है, वह बाहरी भोपाल के रातीबड़ पुलिस थाना इलाके स्थित ‘केरवा महल’ है, जिसे अर्जुन सिंह की कोठी के नाम से भी जाना जाता है। इस बेशकीमती कोठी की वर्तमान में कीमत करोड़ों रूपये है। सरोज के वकील जोशी ने कहा कि मेरे मुवक्किल ने अदालत से यह भी निवेदन किया है कि अदालत इस मामले में बिना दूसरे पक्षकार को सुने निर्णय दें, ताकि वह जल्द से जल्द अपने ‘केरवा महल’ वाले निवास में जाकर रह सके।
जब अजय सिंह से इस मामले में उनकी प्रतिक्रिया जानने के लिए फोन पर संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा, ‘‘जब अदालत से मुझे नोटिस मिलेगा, तब उसका जवाब दूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह भाजपा का षडयंत्र है।’’ अजय ने बताया, ‘‘जब भी मैं मध्यप्रदेश की भाजपा नीत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाता हूं, तब ऐसी चीजें होती हैं।’’
गौरतलब है कि 25 जून से होने वाले विधानसभा सत्र में अजय सिंह मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा नीत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले हैं। इसके लिए उन्हें विधानसभा अध्यक्ष को हाल ही में प्रस्ताव भेजा है। (भाषा)