कोलकाता/नई दिल्ली: कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने शनिवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दबाव में चुनाव आयोग ने जानबूझ कर पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करने में विलंब किया। कांग्रेस प्रवक्ता ने एक प्रेसवार्ता में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 'सुपर चुनाव आयोग' की तरह काम कर रही है। चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम, राजस्थान और तेलंगाना विधानसभाओं के लिए चुनाव की तारीखों की घोषणा दिल्ली में एक प्रेसवार्ता के दौरान शनिवार अपरान्ह 12.30 बजे करने वाला था। मगर, बाद में कार्यक्रम में परिवर्तन कर प्रेस कांफ्रेंस का समय अपरान्ह तीन बजे कर दिया गया।
सुरजेवाला ने कोलकाता में कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव आयोग पर प्रेसवार्ता में विलंब करने के लिए दबाव डालने के दोषी हैं क्योंकि वह राजस्थान के अजमेर में अपरान्ह एक बजे एक जनसभा को संबोधित करने वाले थे। चुनाव आयोग को मोदी की जनसभा के मद्देनजर प्रतीक्षा करने को बाध्य किया गया।" उन्होंने बाद में ट्वीट के जरिए कहा, "भाजपा के राष्ट्रीय आईटी सेल के प्रमुख ने कर्नाटक चुनाव की तारीखों के बारे में चुनाव आयोग से पहले ही ट्वीट के जरिए बता दिया। आयोग ने गुजराज चुनाव को हिमाचल चुनाव से अगल किया था ताकि प्रधानमंत्री मोदी ताबड़तोड़ घोषणाएं कर सकें। आयोग ने फिर प्रधानमंत्री की घोषणाओं को लेकर ही प्रेसवार्ता में विलंब किया। भाजपा, सुपर चुनाव आयोग?"
चुनाव आयोग ने हालांकि दावा किया है कि कार्यालय संबंधी कार्यो को लेकर घोषणा करने में विलंब हुआ। इससे पहले कांग्रेस नेता ने पांच राज्यों के चुनावों की तारीखों की घोषाणा के लिए प्रेसवार्ता के समय में परिवर्तन करने को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से सवाल उठाए। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "तीन तथ्यों पर आप खुद निष्कर्ष निकाल सकते हैं। चुनाव आयोग ने पांच राज्यों के चुनाव की तिथियों की घोषणा करने के लिए अपरान्ह 12.30 बजे प्रेसवार्ता करने की बात कही। प्रधानमंत्री मोदी अपरान्ह एक बजे अजमेर में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। आयोग ने अचानक चुनाव की तारीखों की घोषणा के लिए समय में परिवर्तन कर इसे अपरान्ह तीन बजे कर दिया। चुनाव आयोग की स्वतंत्रता?"
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