नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली की एक अदालत में हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में गुरुवार को चार्जशीट दाखिल की है। विशेष न्यायाधीश संतोष स्नेही मान के समक्ष दायर आरोप पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी समेत 6 आरोपियों के नाम हैं। ED की ओर से दायर की गई इस चार्जशीट पर सुनवाई के लिए अदालत की ओर से 12 फरवरी की तारीख तय की गई है।
आरोप पत्र में 83 वर्षीय सिंह, उनकी 62 वर्षीय पत्नी के अलावा यूनिवर्सल एपल एसोसिएशन के मालिक चुन्नी लाल चौहान, जीवन बीमा निगम (LIC) के एजेंट आनंद चौहान और दो अन्य सह-आरोपी प्रेम राज और लवण कुमार रोअच का नाम है। सभी के खिलाफ धन शोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत आरोप लगाए गए हैं। आनंद चौहान के खिलाफ यह दूसरा आरोप पत्र है। ED ने एक अन्य आरोपी के खिलाफ मामले की जांच के दौरान चौहान के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। जारी जांच के बारे में स्थिति रिपोर्ट में ED ने दावा किया कि उसने कई गवाहों के बयान दर्ज किए हैं और बैंक के लेनदेन की जांच की है।
ED ने 18 जनवरी को अदालत से जांच पूरी करने के लिए एक और महीने का समय देने का अनुरोध किया था जिसके बाद अदालत ने उसे स्थिति रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था। ED ने PMLA के संबद्ध प्रावधानों के तहत आनंद चौहान को 9 जुलाई 2016 को गिरफ्तार किया था। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 2 जनवरी को उसे जमानत मिल गई थी। इस मामले में CBI की ओर से दर्ज एक अन्य मामले में सिंह, उनकी पत्नी और चौहान समेत अन्य लोगों का आरोप पत्र में नाम है। दंपति को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। उनके समेत अन्य आरोपी CBI के समक्ष मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।
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