सूखे से निपटने के लिए 6 जून को वरुण देव की खास पूजा करेगी कर्नाटक की कांग्रेस-JDS सरकार
कर्नाटक इस समय सूखे के संकट से जूझ रहा है। राज्य के सभी छोटे-बड़े जलाशयों में सिर्फ पेयजल उपयोग के लिए पानी शेष बचा है।
बेंगलुरू: कर्नाटक इस समय सूखे के संकट से जूझ रहा है। राज्य के सभी छोटे-बड़े जलाशयों में सिर्फ पेयजल उपयोग के लिए पानी शेष बचा है। इस कारण गर्मी के दिनों में सिंचाई आधारित फसलें या तो सूख चुकी हैं या फिर उनमें पर्याप्त वृद्धि नहीं है। ऐसे में इस सूखे और जलसंकट से राज्य को निदान दिलाने के लिए अब कर्नाटक सरकार ने वरुण देव को खुश करने फैसला किया है, वैसे भारतीय संस्कृति में लंबे समय से बारिश के लिए मंदिरों में विशेष पूजा और यज्ञ करने की परंपरा रही है,सूखे की मार झेल रहे राज्य में कर्नाटक सरकार ने भी बारिश के लिए भगवान को खुश करने की पहल की है।
पूजा के लिए निश्चित है 10,001 रुपये की अधिकतम राशि
राज्य में मंदिरों की संख्या काफी ज्यादा है इसीलिए इन मंदिरों की देखभाल के लिए सरकार ने एक अलग विभाग बनाया है जिसे मुजरई विभाग कहा जाता है, राज्य में इसका अलग से मंत्रालय भी है, मुजरई विभाग ने एक सर्कुलर जारी कर कहा है कि विभाग के अंतर्गत आने वाले मंदिरों में मानसून के दौरान राज्य में अच्छी बारिश की कामना के लिए 6 जून को विशेष पूजा की जाए, और इसके लिए 10,001 रुपये तक की अधिकतम राशि खर्च की जा सकती है, मुजरई विभाग के इस सर्कुलर में ये भी कहा गया है कि बारिश की कमी के कारण राज्य के लोग और वन्यजीव पीने के पानी की कमी से जूझ रहे हैं, राज्य की समृद्धि के लिए और यहाँ उगाई जाने वाली फसलों की अच्छी पैदावार के लिए मुजराई विभाग के तहत आने वाले सभी मंदिरों में विशेष पूजा एवं प्रार्थना की जाए।
6 जून को सभी मंदिरों में प्रजन्य जाप और विशेष प्रार्थना
इसके तहत 6 जून को सभी मंदिरों में प्रजन्य जाप और विशेष प्रार्थना होगी ताकि राज्य में अच्छी बारिश होगी और सूखा संकट दूर होगा। सर्कुलर में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि 6जून को सुबह-सुबह यानी ब्रम्ह मुहूर्त में पूजा शुरू की जाए। हालांकि मुजरई विभाग के तहत राज्य के छोटे-बड़े कुल 36 हजार मंदिर आते हैं लेकिन मुजरई मंत्री परमेश्वर नायक ने इंडिया टीवी को बताया कि पूजा के निर्देश सिर्फ उन्हीं मंदिरों को दिए गए हैं जहां पर रोज का चढ़ावा और दान ज्यादा आता है, और पूजा के लिए ये राशि सरकारी खजाने से नहीं बल्कि मंदिर में आने वाले चढ़ावे में से ही खर्च की जाएगी।
बीजेपी ने की थी पूजा तो JDS-कांग्रेस ने बताया था अंधविश्वास
परमेश्वर नायक ने यह भी कहा कि वे खुद जल संसाधन मंत्री डीके शिवकुमार के साथ 6 जून को श्रृंगेरी के प्रसिद्ध शिव मंदिर में होने वाली खास पूजा में भाग लेंगे, हिन्दू पूजन मान्याताओं के मुताबिक प्रजन्य जाप में वर्षा के देवता वरुण देव की आराधना की जाती है। हालांकि ऐसी ही पूजा उस वक्त भी हुई थी जब कर्नाटक में BJP सरकार में थी, लेकिन उस वक्त कांग्रेस और JDS ने इसे अंधविश्वास कहा था। गौरतलब है कि कांग्रेस की पिछली सरकार ने कर्नाटक में प्रथाओं और परंपरा के नाम पर अंधविश्वास को रोकने के लिए एक विशेष कानून भी पास किया था, लेकिन अब कांग्रेस और JDS की साझा सरकार खुद ही ऐसी मान्यता को बढ़ावा देकर सवालों से घिरती हुई दिख रही है।