'थप्पड़कांड' से परेशान केजरीवाल मिले LG से, कहा- तीन दिनों से काम ठप, मीटिंग में नहीं आ रहे अफसर
मंगलवार को दिल्ली के मुख्य सचिव ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री की उपस्थिति में उनके आवास में दो विधायकों ने बैठक में उन्हें पीटा...
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से कथित मारपीट मामले के बाद दिल्ली सरकार के अधिकारी पिछले तीन दिनों से बैठक में उपस्थित नहीं हो रहे हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि उप राज्यपाल अनिल बैजल ने उन्हें अधिकारियों से बात करने और मामले को सुलझाने का आश्वासन दिया है। केजरीवाल ने यह बयान उप राज्यपाल से अपने मंत्रियों के साथ मुलाकात के बाद दिया।
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, "अधिकारी पिछले तीन दिन से बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं। मैं बहुत चिंतित हूं। उप राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि वह अधिकारियों के सामान्य रूप से कामकाज शुरू करने के लिए सभी कदम उठाएंगे। मंत्रिपरिषद ने उन्हें सभी तरह के सहयोग करने का आश्वासन दिया है। हमें दिल्ली की भलाई के लिए साथ मिलकर काम करना है।"
इस बीच, बैजल ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "हाल में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना काफी निंदनीय है। निर्वाचित सरकार को सलाह है कि वह सरकारी कर्मचारियों के साथ पैदा हुए अविश्वास को हटाने के लिए कदम उठाए ताकि दिल्ली का विकास बाधित न हो।"
मंगलवार को मुख्य सचिव ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री की उपस्थिति में उनके आवास में दो विधायकों ने बैठक में उन्हें पीटा। इस घटना के बाद, अधिकारियों ने स्पष्ट किया था कि वे लोग केजरीवाल के माफी मांगने तक न तो उनसे न ही उनके मंत्रियों व विधायको से मुलाकात करेंगे न ही फोन पर बातचीत करेंगे।
उप राज्यपाल से मुलाकात के बाद उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि उप राज्यपाल ने हमें आश्वस्त किया है कि वह मुद्दे को सुलझाने के लिए सरकारी अधिकारियों से बात करेंगे। उन्होंने कहा, "हमने उप राज्यपाल को बताया कि पिछले दो-तीन दिनों से अधिकारी बैठक में नहीं आ रहे हैं और न ही हमारा फोन उठा रहे हैं। कई बैठक को रद्द कर दिया गया है।"
सिसोदिया ने कहा, "मुख्यमंत्री ने भी कहा है कि स्थिति को सामान्य बनाने के लिए वह अधिकारियों से वार्ता करेंगे।" यह पूछे जाने पर कि क्या केजरीवाल इस मामले में माफी मांगेंगे, इस पर उन्होंने कहा, "पुलिस जांच चल रही है और मामला अदालत के समक्ष लंबित है।"