नई दिल्ली: दिल्ली के थप्पड़कांड पर बहुत बड़ा खुलासा हुआ है। दिल्ली के एक सीनियर आईएएस अफसर ने इंडिया टीवी से बातचीत में बड़ा खुलासा किया है। दिल्ली सरकार के इन्फॉर्मेशन एंड पब्लिक रिलेशन के सचिव जयदेव सारंगी ने इंडिया टीवी से कहा है कि केजरीवाल के घर में जो कुछ हुआ उसके पीछे वजह राशन को लेकर झगड़ा नहीं है। झगड़े की वजह एक झूठा विज्ञापन है। केजरीवाल सरकार अफसरों पर दबाव बना रही थी कि वो दिल्ली सरकार का एक ऐसा विज्ञापन पास करें जिसमें ये दावा किया गया था कि दिल्ली में 80 पर्सेंट करप्शन कम हुआ है लेकिन अफसर इसके लिए तैयार नहीं थे। अफसरों ने विजिलेंस और दूसरे विभागों से बात किया था तो ये खुलासा हुआ है कि करप्शन कम होने का दावा झूठा है। इसी विज्ञापन को जबरदस्ती पास कराने को लेकर विधायकों ने चीफ सेक्रेटरी से मारपीट की।
विज्ञापन में क्या था?
-दिल्ली में करप्शन को लेकर था विज्ञापन
-दिल्ली सरकार ने 80% भ्रष्टाचार कम होने का दावा किया
-विजिलेंस ने दिल्ली सरकार के दावे को झूठा बताया
-रिपोर्ट मिलने के बाद अफसरों ने विज्ञापन पास नहीं किया
-विज्ञापन अटकने से भड़के AAP के विधायक
-अफसरों ने IAS अफसर के साथ मारपीट की
गौरतलब है कि मुख्य सचिव के साथ मारपीट के आरोप में आम आदमी पार्टी के दो विधायक जेल पहुंच गए हैं लेकिन इसी बीच उन सभी 11 विधायकों के नाम और चेहरे सामने आ गए हैं जो घटना के वक्त सीएम हाउस में मौजूद थे। सवाल है कि क्या केजरीवाल की पार्टी के इन विधायकों के सामने दो नेताओं ने मुख्य सचिव के साथ मारपीट की क्योंकि सबूत तो इसी तरफ इशारा कर रहे हैं। दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश को सीएम हाउस के अंदर जाते हुए सीसीटीवी की तस्वीरों को तो पूरी दुनिया देख चुकी है। इन तस्वीरों में आम आदमी पार्टी के विधायक नितिन त्यागी को मुख्य सचिव अंशु प्रकाश को सीएम हाउस के अंदर पहुंचाते देखा जा सकता है।
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