महामारी के काल में देश ने जैसी एकजुटता दिखाई वह दुनिया के लिए उदाहरण: RSS
संघ के सर कार्यवाह कृष्ण गोपाल ने कहा कि महामारी जैसी आपदा के इस काल देश- समाज ने जैसी एकजुटता दिखाई है वह विश्वभर में अभूतपूर्व है और विश्व के लिए एक सुंदर उदाहरण भी बना है।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की बैठक में कोरोना काल में देशभर में हुए कामों पर चर्चा की गई। 2 दिवसीय बैठक के बारे में मीडिया से चर्चा करते हुए संघ के सर कार्यवाह कृष्ण गोपाल ने कहा कि महामारी जैसी आपदा के इस काल देश- समाज ने जैसी एकजुटता दिखाई है वह विश्वभर में अभूतपूर्व है और विश्व के लिए एक सुंदर उदाहरण भी बना है। उन्होंने कहा कि सितंबर में होने वाली बड़ी बैठक कोरोना की वजह से नहीं हो पायी, अब जब थोड़ा सा बैठक करने का अनुकूल समय आया है तो सारे नियमों का पालन करते हुए स्वंयसेवकों द्वारा चलाए जा रहे लगभग 34-35 संगठनों के कार्य उनके 150 कार्यकर्ता यहां पर बैठक में आए हैं। 2 दिन की बैठक आज साम को खत्म हो जाएगी और सभी वापस अपने अपने क्षेत्रों को जाएंगे। इस बैठक में कोरोना काल में जो देशभर में इन संगठनों के भाई बहनों ने जो कार्य किए हैं उसपर चर्चा हुई है, अनेक प्रकार के सेवा कार्य, जहां जहां जैसी आवश्यकता थी वैसे इन संगठनों के लाखों कार्यकर्ताओं ने की है उसकी चर्चा भी हुई है।
उन्होंने कहा-' कोरोना काल में विद्यालय तो चल नहीं पा रहे थे तो ऐसे समय में विद्यार्थियों की शिक्षा का कार्य निर्बाध रूप से चलता रहे इसलिए विद्यार्थियों को सारी व्यवस्था मानते हुए उनके शिक्षण की समुचित योजना बनाई गई थी और देश में कई हजारों स्थानों पर बच्चों को पढ़ाने की हमारे कार्यकर्ताओं ने देशभर में की। हजारों स्थान ऐसे हैं जहां पर ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था की गई। ग्रामीण क्षेत्र ऐसे भी जहां पर लोगौों के पास कोई सुविधा नहीं थी उनके यहां मोबाइल या आईपैड की व्यवस्था करके भी उनके शिक्षण को जारी रखने का प्रबंध किया है। हजारों अध्यापक इस कार्य में अतिरिक्त समय देकर लगे हैं और हजारों कार्यकर्ता जो भिन्न भिन्न संगठनों के हैं उन्होंने छोटे छोटे समूह में बच्चों को आवश्यक शिक्षा देने का कार्य कोरोना काल में किया है और इस प्रकार से इस गंभीर बीमारी को एक राष्ट्रीय चुनौती मानकर देशभर में लाखों कार्यकर्ता बंधु- बहनें बड़ी आत्मीयता और चिंता के साथ समाज के साथ कंधे से कंधा मिलकर सारी योजना में लगे हैं।
कृष्ण गोपाल ने कहा-'एक ओर बड़ी आपदा और विपत्ति के रूप में यह कोरोना की बीमारी आई थी लेकिन वहीं सभी कार्यकर्ताओं के सहयोग, जनता के सहयोग, चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोग, सुरक्षा क्षेत्र से जुड़े तथा समाज के अन्य वर्गों से बहुत सारे लोगों ने देशभर में समस्या से जूझने का काम किया है। इस देश समाज ने जैसी एकजुटता दिखाई है वह विश्वभर में अभूतपूर्व है और विश्व के लिए एक सुंदर उदाहरण भी बना है।'
उन्होंने कहा-'मीडिया के भाई-बहनों ने पूरा सहयोग किया और इस संकट को निकट से देखा कई तो रोगग्रस्त भी हुए, कई बार जान भी गंवानी पड़ी है, ऐसे सभी बंधु और बहनों को हृदय से श्रद्धांजलि देता हूं, ऐसे मीडियाकर्मी जिन्होंने अत्यंत परिश्रम पूर्वक अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह किया वे हर दृष्टि से अभिनंदनीय हैं।'
देश तेजी से आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़े, इस हेतु से हमारे हजारों कार्यकर्ता कौशल विकास के कार्य में लगे हैं। ग्रामीण क्षेत्र हो या नगरीय क्षेत्र हो वहां पर छोटे छोटे स्किल सिखाकर उनकी क्षमता को ध्यान में रखकर रोजगार प्राप्त करके अपने घर को चला सकें इस दृष्टि से प्रत्यन चल रहे हैं और लाखों लोगों को रोजगार प्राप्त हो रहा है।
राम जन्मभूमि का विषय भी बहुत महत्वपूर्ण स्थान पर आ गया है। 5 अगस्त के भूमिपूजन के बाद सारे देश और दुनियाभर में इसको लेकर अत्यंत उत्साह है। एक भव्य मंदिर शीघ्रता से बने इस दृष्टि से सारे देश और दुनिया में वातावरण बना है। संबंधित न्यास के हमारे लोगों ने विश्व हिंदू परिषद से आग्रह किया है कि देशभर में राम जन्मभूमि के मंदिर और परिसर के निर्माण हेतु अपने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर सहयोग करें। उस दृष्टि से योजना बनाकर वे देशभर में लगे हैं। हमको ऐसा लगता है कि देशभर में व्यापक संपर्क का कार्य होगा।