राहुल गांधी ने ‘हिंदू आतंकवाद’ को बताया था लश्कर से ज्यादा खतरनाक, BJP ने मांगी सफाई
अमेरिका के राजदूत टिमोथी रोमर, राहुल गांधी के पास बैठे थे और उन्होंने कांग्रेस नेता से पूछा कि वह लश्कर ए तैयबा के बारे में क्या सोचते हैं...
अहमदाबाद: गुजरात चुनाव में दो हफ्ते से भी कम वक्त को देखते हुए भाजपा ने आज पुराने अमेरिकी डिप्लोमैटिक केबल का मुद्दा उठाया जिसमें राहुल गांधी को कथित तौर पर यह कहते हुए दिखाया गया है कि भारत में ‘‘हिंदू आतंकवाद, पाकिस्तान के लश्कर ए तैयबा से ज्यादा बड़ा खतरा है।’’ पार्टी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस उपाध्यक्ष से स्पष्टीकरण मांगा है।
केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केबल का जिक्र किया जिसका खुलासा व्हिस्लब्लोअर वेबसाइट विकीलीक्स ने किया था और इसके बाद 2010 में कुछ अखबारों में यह खबर छपी थी। प्रसाद ने कहा कि राहुल को इससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘‘जोड़ने के लिए शर्मिंदा’’ होना चाहिए जो उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री थे। राहुल ने उस समय अमेरिका के एक राजनयिक से कथित बातचीत के दौरान उन्हें ‘‘भाजपा में ध्रुवीकरण करने वाले व्यक्तियों’’ में शुमार किया था।
प्रसाद ने कहा, ‘‘मुंबई आतंकवादी हमले (26/11) के दो वर्ष बाद 2010 में अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन भारत के दौरे पर थीं। तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए आयोजित दोपहर के भोज में अमेरिका के राजदूत टिमोथी रोमर, राहुल गांधी के पास बैठे थे और उन्होंने कांग्रेस नेता से पूछा कि वह लश्कर ए तैयबा के बारे में क्या सोचते हैं।’’
मंत्री ने कहा, ‘‘राहुल ने रोमर से कहा कि एलईटी को भूल जाइए, इस देश का हिंदू आतंकवाद ज्यादा बड़ा खतरा है। अमेरिकी राजदूत रोमर ने इस बातचीत को केबल के रूप में अपने देश भेज दिया। बाद में यह केबल लीक हो गया और लंदन के अखबार द गार्जियन ने इसे प्रकाशित किया।’’ कथित संवाद का जिक्र करते हुए प्रसाद ने कहा कि अमेरिका के राजदूत ने लिखा कि कांग्रेस महासचिव (राहुल गांधी) भाजपा में ज्यादा ध्रुवीकरण करने वाले कुछ नेताओं द्वारा तनाव पैदा करने का जिक्र कर रहे थे। इसमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल थे।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘कांग्रेस और राहुल का यह स्तर है। वास्तव में यह शर्मनाक है कि उन्होंने मोदी को इससे जोड़ने का प्रयास किया। इस पर हम राहुल से स्पष्टीकरण की मांग करते हैं। उन्हें अपनी सोच पर खुद ही शर्मिंदा होना चाहिए कि लश्कर ए तैयबा, हिंदू भगवा आतंकवाद से कम खतरनाक है। और अब वह गुजरात में मंदिरों में घूम रहे हैं।’’ प्रसाद के इस बयान से एक दिन पहले प्रधानमंत्री ने कांग्रेस उपाध्यक्ष पर एलईटी प्रमुख हाफिज सईद की पाकिस्तान में रिहाई की प्रशंसा करने का आरोप लगाया और पूछा कि डोकलाम गतिरोध के दौरान वह चीन के राजदूत से गले क्यों मिले।