नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता रविशंकर प्रसाद ने वीर सावरकर को भारत रत्न देने की बीजेपी की मांग को लेकर कांग्रेस की तरफ से उठाई जा रही आपत्तियों पर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल अपने परिवार तक ही भारत रत्न को सीमित रखना चाहती है।
उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- 'अगर बीजेपी के घोषणा पत्र में वीर सावरकर के लिए भारत रत्न की बात कही जाती है तो फिर कांग्रेस क्यों परेशान है? क्या वह देशभक्त नहीं थे? ... ज्योतिराव फुले, सावित्रीबाई फुले-ऐसे देशभक्तों को भारत रत्न दिया जाना चाहिए।' इससे आगे रविशंकर प्रसाद ने कहा-'कांग्रेस भारत रत्न को केवल अपने परिवार तक ही रखना चाहती है।'
राज्य में 21 अक्टूबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को अपना घोषणापत्र जारी करते हुए महाराष्ट्र भाजपा ने हिन्दुत्व के पैरोकार सावरकर और 19वीं सदी के समाज सुधारक ज्येातिबा फुले तथा उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न दिए जाने की मांग उठाई थी। रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल और दलित आदर्श बाबासाहेब आंबेडकर को पहले भारत रत्न नहीं दिया था। उन्होंने कहा, ‘‘इन दोनों नेताओं को (मरणोपरांत) तब सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया गया जब नरसिंह राव देश के प्रधानमंत्री थे, जो परिवार से ताल्लुक नहीं रखते थे।’’
प्रसाद ने पूछा, ‘‘सावरकर को भारत रत्न देने की मांग भाजपा द्वारा अपने घोषणापत्र में उठाए जाने से कांग्रेस क्यों परेशान है? कांग्रेस हमेशा परिवार में ही ‘भारत रत्न’ जुटाती रही।’’ हिन्दुत्व के पैरोकार को भारत रत्न देने की मांग को उचित ठहराते हुए प्रसाद ने कहा कि सावरकर राष्ट्रभक्त थे, जिन्होंने अंडमान जेल में 11 साल गुजारे। उन्होंने कहा, ‘‘सावरकर ने देश से बदले में कुछ नहीं मांगा।’’ प्रसाद ने कहा, ‘‘वीर सावरकर, महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले ने समाज को बहुत कुछ दिया है। ऐसे राष्ट्रवादियों को निश्चित तौर पर भारत रत्न मिलना चाहिए। (इनपुट-भाषा)
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