नई दिल्ली: कांग्रेस ने तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद शनिवार को किसान विजय दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया है। कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी शनिवार को पूरे देश में किसान विजय रैली निकालने जा रही है। पार्टी महासचिव के. सी. वेणुगोपाल द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि यह काले कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई में किसानों की जीत है। बयान में कहा गया कि यह कांग्रेस और हमारे नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में एकजुट विपक्ष की साल भर चली लड़ाई का परिणाम है, और इस उपलक्ष्य में 20 नवंबर को पार्टी किसान विजय दिवस के रूप में मनाएगी।
किसानों के परिजनों से मिलेंगे कांग्रेस कार्यकर्ता
शनिवार को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों से मुलाकात करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही सरकार से कृषि कानूनों की वापसी में देरी के फैसले पर सवाल उठाने के लिए कहा गया है, जिसकी वजह से '700 से ज्यादा किसानों की जान गई।' साथ ही 'किसान सत्याग्रह' के दौरान जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देने का आग्रह भी किया गया है। पार्टी के कार्यकर्ता शनिवार को किसानों के हवाले से राज्य और जिला कांग्रेस मुख्यालयों पर किसान विजय रैली/सभाएं करेंगे। साथ ही आंदोलने में जान गंवाने वाले लोगों की याद में कैंडल मार्च भी निकाला जाएगा।
कानून वापसी के बाद राहुल-प्रियंका ने किए ट्वीट
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सिर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!’ वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि चुनाव में आसन्न हार को देखते हुए प्रधानमंत्री को सच्चाई समझ आने लगी है, लेकिन उनकी नीयत एवं बदलते रुख पर विश्वास करना मुश्किल है। उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, ‘आपकी नीयत और आपके बदलते हुए रुख़ पर विश्वास करना मुश्किल है। किसान की सदैव जय होगी। जय जवान, जय किसान, जय भारत।’
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