नयी दिल्ली: कांग्रेस ने आज भाजपा पर छत्तीसगढ़ में पार्टी के एक नेता द्वारा संचालित गौशाला में कई गायों की मौत की अनदेखी करने का आरोप लगाया और मुख्यमंत्री रमन सिंह से पूछा कि क्या वह अपने नेता को मौत की सजा देंगे, जैसा उन्होंने पहले मांग की थी। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में हरीश वर्मा द्वारा संचालित सरकारी सहायता प्राप्त गौशाला में कम से कम 27 गायें मर गईं। इस सिलसिले में वर्मा को कल गिरफ्तार किया गया था। (छत्तीसगढ़ के गौशालाओं में 173 से ज्यादा गायों की मौत, 9 अधिकारी निलंबित)
मुख्यमंत्री के इस साल की शुरूआत में दिये गए बयान का उल्लेख करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि गौरक्षा को निर्दोष लोगों की हत्या करने का जरिया बना दिया गया है। सिंघवी ने यहां संवाददाताओं से कहा, अगर गौरक्षा की यह नयी परिभाषा है तो मेरा मानना है कि सबको इस भयानक घटना की अनदेखी करनी चाहिए, क्योंकि दोहरा मानदंड भाजपा की परिभाषा है।
गौरतलब है कि, छत्तीसगढ़ के दुर्ग और बेमेतरा जिले के गौशालाओं में 170 से ज्यादा गायों की मौत हो गई है। राज्य के गौशालाओं में बड़ी संख्या में गायों की मौत के बाद राज्य शासन ने नौ अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। छत्तीसगढ़ राज्य गौसेवा आयोग के अध्यक्ष विशेषर पटेल ने आज यहां भाषा को बताया कि राज्य के दुर्ग और बेमेतरा जिले के गौशालाओं में अभी तक 173 गायों की मृत्यु होने की जानकारी मिली है। पटेल ने बताया कि दुर्ग के धमधा विकासखंड के राजपुर गांव स्थित शगुन गौशाला में 52, बेमेतरा जिले के साजा विकासखंड के गोडर्मा गांव स्थित फूलचंद गौशाला में 106 और साजा क्षेत्र के ही रानो गांव स्थित मयूरी गौशाला में 15 गायों की मौतें हुई है।
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