नई दिल्ली. कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद के हाल के बयानों के बाद कांग्रेस पार्टी के कई बड़े नेताओं ने विरोधाभासी बयान दिए हैं। इस बयानबाजी के बीच में कांग्रेस पार्टी के नेता संजय निरूपम ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। संजय निरूपम ने कहा है कि बीजेपी तमिलनाडु और बंगाल में चुनाव लड़ रही है, हमारे वरिष्ठ नेता आपस में लड़ रहे हैं, वह भी सार्वजनिक रुप से। ये वही नेता हैं जो वर्षों से AICC पर कब्जा जमाए बैठे हैं। जब अच्छा हुआ तो भोगे, अब बुरा हुआ तो कोस रहे हैं। बड़े नेताओं की नेतृत्व में घटती आस्था पार्टी को कमजोर करेगी।
'संगठन का स्ट्रक्चर बिखर गया'
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की बेहतरी के लिए संगठनात्मक चुनाव रामबाण उपाय नहीं है। सचमुच ब्लॉक और जिला के स्तर पर संगठन का स्ट्रक्चर बिखर गया है। उसे चुनाव के बिना भी ठीक किया जा सकता है। पार्टी के प्रति लोगों में बढ़ती बेरुख़ी सबसे ज़्यादा चिंताजनक है। उसे कैसे बदला जाए,इस पर जोर देना पड़ेगा।
'चमत्कार जरूर होगा'
अगले ट्वीट में संजय निरूपम ने कहा कि जब तक पार्टी का शीर्ष नेतृत्व कमर कस कर तैयार नहीं होता, नीचे के स्तर पर ऊर्जाहीनता और दुविधा बनी रहेगी। उपाय एक ही है, राहुल गांधी तत्काल अध्यक्ष बनें और संगठन में आमूल-चूल परिवर्तन करें। मेहनती और ऊर्जावान नेताओं और कार्यकर्ताओं को आगे लाएं। चमत्कार जरूर होगा।
'हमारे नरेटिव का रिकॉर्ड घिस गया'
उन्होंने कहा कि हमारे नरेटिव का रिकॉर्ड घिस गया है। नए नजरिए की आवश्यकता है। कांग्रेस ने सदा नए आइडियाज़ और सामयिक दृष्टिकोण देश के समक्ष रखा है। इसी से देश का भला हुआ है और पार्टी को नई जिंदगी मिली है। देश कांग्रेस का नया अवतार चाह रहा है। हम पुराना ढर्रा छोड़ नहीं रहे हैं। बदलाव नैसर्गिक सच है।
Latest India News