हैदराबाद: तेलंगाना में कांग्रेस के एक नेता ने पार्टी के 12 विधायकों के सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) में अवैध रूप से विलय के विरोध में शनिवार से अनिश्चिकालीन अनशन शुरू किया है। वहीं, एआईएमआईएम ने ऐलान किया है कि वह स्पीकर से विधानसभा में विपक्ष का दर्जा दिये जाने की मांग करेगी क्योंकि उसके विधायकों की संख्या अब कांग्रेस से ज्यादा हो गई है।
राज्य में कांग्रेस विधायक दल के नेता एम. भट्टी विक्रमार्क ने यहां धरना चौक पर 36 घंटे का अनशन शुरू किया है। हालांकि, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एन उत्तम कुमार रेड्डी ने शाम में कहा कि अब इसे अनिश्चिकालीन अनशन में तब्दील कर दिया गया है। तेलंगाना में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) मामलों के प्रभारी आर सी खूंटिया ने आरोप लगाया है कि टीआरएस निरंकुश शासन को बढ़ावा देना चाहती है और कांग्रेस के विधायकों को पार्टी में विलय कर राज्य में विपक्षी पार्टियों का ‘‘खात्मा’’ करना चाहती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के 12 विधायकों का टीआरएस में शामिल होना ‘‘अवैध और अलोकतांत्रिक’’ है। राज्य में 119 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या अब घट कर छह रह गई है, जो एआईएमआईएम से एक कम है। लिहाजा कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल का दर्जा खो सकती है। इस बीच, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने कहा है कि उनकी पार्टी स्पीकर से आग्रह करेगी कि उसे विपक्षी दल का दर्जा दिया जाए क्योंकि उसके विधायकों की संख्या कांग्रेस के विधायकों की संख्या से एक ज्यादा है।
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