भोपाल: मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर खड़े हुए संकट के बीच कांग्रेस के नेता और दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने पार्टी के पास 94 विधायक होने का दावा करते हुए कहा कि जरूरत पड़ने पर कांग्रेस लड़ने के लिए तैयार है। लक्ष्मण सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा, "पूरे 94 विधायक हैं और 94 उन पर भारी पड़ेंगे देखना, आने वाला समय बताएगा। कांग्रेस पार्टी हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए सक्षम है और आप देखेंगे जनता भविष्य में कांग्रेस पर विश्वास व्यक्त करेगी। कांग्रेस लड़ने के लिए तैयार है।"
वहीं, राज्य के सियासी घटनाक्रम पर सीएम कमलनाथ ने कहा है कि "मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार रहें।" बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक विधायकों के इस्तीफे के बाद से माना जा रहा है कि अब राज्य में भाजपा की सरकार बन सकती है। हालांकि, भाजपा ने अभी न ही सरकार बनाने का दावा पेश किया है और न ही सिंधिया अभी भाजपा में शामिल हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक, ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं।
क्या है विधानसभा का गणित?
साल 2018 में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य की 230 विधानसभा सीटों में से 114 सीटों पर कांग्रेस पार्टी की जीत हुई थी जबकि भारतीय जनता पार्टी को 109 सीटें मिली थी। हालांकि कांग्रेस पार्टी को 2 बसपा, एक सपा और 4 निर्दलीय विधायकों ने भी समर्थन दे दिया था जिससे राज्य में 120 विधायकों के साथ कांग्रेस की सरकार बनी थी।
लेकिन, अब कांग्रेस के 22 विधायकों के त्यागपत्र की खबर है और बसपा तथा सपा के 1-1 विधायक ने भी भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान के साथ मुलाकात की है। अगर कांग्रेस के 22 विधायकों के त्यागपत्र स्वीकार हो जाते हैं और तो विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 115 से घटकर 104 हो जाएगा। कांग्रेस पार्टी के 22 विधायक घटने से सरकार अल्पमत में आ सकती है और भाजपा के पास पहले ही 109 विधायक हैं।
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