कांग्रेस को भरोसा, लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन को वजूद में जरूर लाएंगे विपक्षी दल
लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन को लेकर बसपा प्रमुख मायावती द्वारा नकारात्मक संकेत दिये जाने के बीच कांग्रेस ने भरोसा जताया है कि आम चुनाव से पहले विपक्षी दल जनता की मंशा पर खरे उतरते हुए गठबंधन को वजूद में जरूर लाएंगे।
लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन को लेकर बसपा प्रमुख मायावती द्वारा नकारात्मक संकेत दिये जाने के बीच कांग्रेस ने भरोसा जताया है कि आम चुनाव से पहले विपक्षी दल जनता की मंशा पर खरे उतरते हुए गठबंधन को वजूद में जरूर लाएंगे। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने ‘भाषा‘ से बातचीत में बसपा द्वारा छत्तीसगढ़ में कांग्रेस से अलग हुए अजीत जोगी की पार्टी के साथ गठबंधन किये जाने और मध्य प्रदेश में कांग्रेस को झटका देते हुए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने के मद्देनजर आगामी लोकसभा चुनाव में बसपा समेत विभिन्न विपक्षी दलों के साथ गठबंधन की सम्भावनाओं के बारे में कहा ‘‘हमें एक-दूसरे पर उंगली ना उठाते हुए अगले चुनाव में एकजुट होकर उतरना होगा। मुझे उम्मीद ही नहीं बल्कि भरोसा है कि लोकसभा चुनाव में गठबंधन होगा।’’ प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि जनता चाहती है कि उत्तर प्रदेश में विपक्ष एकजुट हो कर आम चुनाव में उतरे। (रेवाड़ी गैंगरेप मामले के दोनों फरार आरोपी गिरफ्तार )
उन्होंने कहा ‘‘हम सभी को जनता के भरोसे पर खरा उतरना होगा। लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय स्तर पर दो ही तरह की सोच का मुकाबला होगा। एक सोच महात्मा गांधी की है और दूसरी सोच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की है, जिसे अब भी विश्वसनीयता की तलाश है।’’ इस सवाल पर कि मायावती जिस ढंग से पेट्रोलियम पदार्थों के ऊंचे दामों के लिये कांग्रेस पर सीधे तौर पर प्रहार कर रही हैं, उससे भविष्य की सम्भावनाओं पर क्या फर्क पड़ेगा, बब्बर ने कहा ‘‘यह मेरे लिये आसान है कि मैं जवाब दूं, लेकिन ऐसी स्थिति में जवाब देना बेहतर नहीं होता। बसपा की अपनी व्यक्तिगत राय है। उसकी सरकार भी रही है। जब प्रदेश की सरकारें चाहें तो टैक्स घटाकर पेट्रोल के दाम कम कर सकती हैं।’’
मालूम हो कि आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों की एकजुटता की कोशिशों के बीच बसपा प्रमुख मायावती छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं। इसके अलावा उन्होंने मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस को झटका देते हुए अपने 22 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। इस घटनाक्रम को लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी दलों की एकजुटता के प्रयासों के लिये करारा झटका माना जा रहा है। राज बब्बर ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा ने केन्द्र में अपने अब तक के शासनकाल में समाज को बांटने की कोशिश की। आज उसके मातृ संगठन को इतना बड़ा झूठ बोलना पड़ रहा है कि हम भाजपा से कुछ नहीं लेते, हम भाजपा को सिर्फ सलाह देते हैं। अगर सलाह करने का यह फायदा मिल जाता है कि आप विज्ञान भवन में अपना कार्यक्रम करते हैं, तो ऐसी सलाह तो कोई भी देना चाहेगा।
उन्होंने एक सवाल पर कहा कि संघ के कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को आमंत्रित नहीं किया गया था। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बारे में बब्बर ने कहा कि उनकी पार्टी जनाधार वाली पार्टी है और वह पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी। उन्होंने तीन तलाक के खिलाफ हाल में केन्द्र सरकार द्वारा जारी अध्यादेश के बारे में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उन औरतों के लिये भी तो कुछ कहना चाहिये, जिन्हें उनके पति ने छोड़ दिया है और वे उन्हें गुजारा भत्ता भी नहीं देते।