नई दिल्ली: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने मीडिया पर राम मंदिर मुद्दे पर उनके शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया और जोर देकर कहा कि जो भी उन्होंने कहा वह उनके विचार हैं न कि उनकी पार्टी के। थरूर ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, "मैं अपने राजनीतिक आकाओं की सेवा में लगी कुछ मीडिया द्वारा मेरे शब्दों को द्वेषपूर्ण रूप से तोड़-मरोड़कर पेश करने की निंदा करता हूं। मैंने कहा था, 'अधिकतर हिंदू मंदिर चाहते हैं क्योंकि वे इसे राम का जन्मस्थान मानते हैं। लेकिन कोई भी अच्छा हिंदू नहीं चाहेगा कि किसी अन्य के पूजा स्थल को ध्वस्त कर इसका निर्माण किया जाए।"
उन्होंने कहा, "एक साहित्यिक महोत्सव में मेरे निजी विचार पूछे गए थे और मैंने वही दिए। मैं अपनी पार्टी का प्रवक्ता नहीं हूं और न ही उसके लिए बोलने का दावा करता हूं।"
इससे पहले थरूर की तथाकथित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा था कि वह यह जानकर 'हतप्रभ' हैं कि शशि थरूर का मानना है कि 'असली हिंदू अयोध्या में राम मंदिर नहीं चाहते हैं।'
जावडेकर ने कहा, "यह थरूर या राहुल गांधी के विचार हो सकते हैं, लेकिन आम आदमी के नहीं। यह दिखाता है कि वे कैसे वास्तविकता से कटे हुए हैं।"
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