जम्मू: कांग्रेस नेता और राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद को मंगलवार को जम्मू एयरपोर्ट पर रोका गया और बाद में दिल्ली वापस भेज दिया गया। गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद श्रीनगर के दौरे पर जा रहे थे। इससे पहले भी उन्हें 8 अगस्त को श्रीनगर एयरपोर्ट पर रोककर वापस भेजा गया था। सरकार घाटी में हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है।
जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को केंद्र द्वारा निरस्त करने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के बाद से पांच अगस्त से संचार संपर्कों और लोगों की आवाजाही पर पाबंदी लगाई गई है। हालांकि, जम्मू क्षेत्र और कश्मीर घाटी के कुछ क्षेत्रों में क्रमिक ढंग से पाबंदियां हटायी गयी हैं लेकिन कई हिस्सों में अब भी प्रतिबंध जारी है।
अजीत डोभाल ने पांच अगस्त से प्रशासनिक पाबंदियों से गुजर रहे जम्मू कश्मीर की वर्तमान स्थिति के बारे में सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जानकारी दी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। कश्मीर घाटी से लौटने के बाद डोभाल की शाह के साथ यह पहली बैठक थी। वह घाटी में दस दिनों तक रुके थे और वहां उन्होंने हालात पर व्यक्तिगत रूप से नजर रखा था। एक अधिकारी ने बताया कि एनएसए ने गृहमंत्री को जम्मू कश्मीर की संपूर्ण स्थिति के बारे में बताया।
केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा और अन्य शीर्ष अधिकारी भी इस बैठक में मौजूद थे, जिसमें राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाये गये कदमों की समीक्षा की गई थी।अधिकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में लगायी गयी पाबंदियों से जुड़े मुद्दों पर भी बैठक में चर्चा हुई थी।
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