पुलवामा हमला: दिग्विजय ने PM मोदी को किया चैलेंज, कहा- हिम्मत है तो मेरे ऊपर FIR कराएं
दिग्विजय ने कहा कि अगर पीएम मोदी में साहस है तो वह उनके खिलाफ दिल्ली में मामला दायर कराएं।
नई दिल्ली: पुलवामा आतंकी हमले को ‘दुर्घटना’ कहकर भारतीय जनता पार्टी के निशाने पर आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चैलेंज किया। दिग्विजय ने कहा कि अगर पीएम मोदी में साहस है तो वह उनके खिलाफ दिल्ली में मामला दायर कराएं। सिंह ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के उस कथित बयान को लेकर भी बीजेपी पर निशाना साधा जिसमें मौर्य ने कहा था कि पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों के साथ ‘बड़ी दुर्घटना’ हुई। उन्होंने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी मौर्य के बयान के बारे में कुछ कहेंगे?
कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर कहा, ‘मोदी जी आपने व आपके मंत्री गणों ने मुझ पर अनेक आरोप लगाए हैं आपके अनेक बीजेपी नेता मुझ पर देशद्रोह का मुकदमा दायर करना चाहते हैं। मेरे जिस ट्वीट पर आप व आपके मंत्री गण मुझे पाकिस्तान समर्थक मानते हैं, देशद्रोही मानते हैं, वह मैंने दिल्ली से किया था जहां की पुलिस केंद्र सरकार के अन्तर्गत आती है। अगर आप में साहस है तो मेरे ऊपर मुकदमा दायर करें। पुलवामा आतंकी हमले को मैंने ‘दुर्घटना’ कह दिया तो मोदी जी से लेकर 3 केंद्रीय मंत्री मुझे पाकिस्तान समर्थक बताने में जुट गए। उत्तर प्रदेश में बीजेपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य जी का बयान कृपया सुनें। मोदी जी व उनके मंत्रीगण मौर्य जी के बारे में कुछ कहना चाहेंगे?’
उन्होंने कहा, ‘पुलवामा आतंकी हमला हमारे लिये, सभी देशवासियों और विशेष तौर पर उसमें शहीद हुए बहादुरों के परिवारों के लिए तो दुखद दुर्घटना थी। जो उसे दुखद दुर्घटना न मानें तो यह उनका विवेक है। आज तक मोदी जी ने पुलवामा के आतंकी हमले में खुफिया विफलता के बारे में क्या कार्यवाही की, कौन उसके लिए ज़िम्मेदार है, देश को अवगत नहीं कराया। क्या इस विषय पर मोदी जी किसी को ज़िम्मेदार ठहराते हैं या नहीं? क्या एनएसए, आईबी प्रमुख और रॉ प्रमुख से आपने स्पष्टीकरण मांगा?’
गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह के एक बयान को लेकर मंगलवार को विवाद खड़ा हो गया था जिसमें उन्होंने पुलवामा आतंकी हमले का उल्लेख ‘दुर्घटना’ के तौर पर किया था। हालांकि बाद में सिंह ने कहा कि इसमें किसी को कोई शक नहीं है कि यह आतंकी हमला था, लेकिन ‘मोदी जी की ट्रोल आर्मी’ मूल प्रश्नों के उत्तर देने से इनकार कर रही है।