नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कांग्रेस ने बस के नाम पर प्रवासी श्रमिकों के साथ भद्दा मजाक किया, जिंदगी भर इन्होंने देश की जनता के साथ चीटिंग की। इंडिया टीवी के विशेष कार्यक्रम 'मुख्यमंत्री सम्मेलन' में उन्होंने कहा कि इंडिया टीवी पर ही मैंने कहा था कि हम बसों के लिए तैयार हैं लेकिन बसों की लिस्ट में 294 नंबर ऐसे थे कि उनमें परमिट या नंबर नहीं था या इंश्योरेंस नहीं था।
उन्होंने कहा कि 66 बसें ऐसी थी जो न बस थीं और न थ्री व्हीलर, 68 ऐसी थी जिनका कोई नाम पता नहीं था। 31 ऐसी थी जो ऑटो थे। हमें ये बताया गया कि नोएडा-गाजियाबाद बॉर्डर पर बसों को रखा गया है। हमने दोनो जिलों के अधिकारियों को निर्देश दे दिये और इस्तेमाल करेंगे।
'मुख्यमंत्री सम्मेलन' में योगी ने आगे बताया कि गाजियाबाद बॉर्डर से नोएडा जिला अधिकारी तक पहुंचने में कितना समय लगेगा। फिर कहने लगे कि शाम का समय दीजिए और फिर कहने लगे कि अगले दिन का समय दे दीजिए और फिर राजस्थान परिवहन निगम की बसों को राजस्थान बॉर्डर पर खड़ा कर दिया। क्या वे कांग्रेस पार्टी की निजी बसें थी?
यूपी सीएम योगी ने कहा, "12 हजार छात्रों को हमें कोटा से यूपी लाना था और उस समय राजस्थान सरकार से बच्चों को लाने की अपील की थी, तो उन्होंने कहा कि उनके पास व्यवस्था नहीं है। हमने अपनी यूपी परिवहन निगम की बसें कोटा भेजी। पहले बताया गया कि 4500 बच्चे हैं लेकिन बाद में संख्या 12000 बच्चे पाए गए।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने उसके लिए बसें भेजी। कुछ बच्चे बच गए तो उनके परिवहन निगम की बसें मांगी और उन्होंने पहले 19 लाख रुपए तेल का पैसा मांगा जिसका हमने भुगतान किया और बाद में 36 लाख रुपए बस का किराया भी मांग लिया। हमने वो भी दिया।"
इंडिया टीवी के विशेष कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि सूबे में मास गेदरिंग को हर हाल में रोका जाएगा। साथ ही धर्मस्थलों व सार्वजनिक स्थलों पर गतविधियां कुछ नियमों के साथ 8 जून से शुरू होंगी। सीएम योगी ने कहा कि इस फेज में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना और उनका बचाव करना महत्वपूर्ण होगा। मीडिया कंपनियों को तो ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। हमें पहले से सावधानी रखते हुए संक्रमण को रोकना होगा।
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