हैदराबाद: केंद्र में राजग सरकार से अलग होने के तेदेपा के फैसले को भाजपा ने तेदेपा प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की‘‘ अवसरवादी राजनीति का सटीक उदाहरण’’ बताया।
तेलगु देशम पार्टी (TDP) कल रात नरेंद्र मोदी सरकार से अलग हो गई थी और केंद्रीय मंत्रिमंडल में अपने दो मंत्रियों से उसने इस्तीफा दे देने को कहा था। तेलंगाना भाजपा के प्रवक्ता कृष्ण सागर राव ने कहा, ‘‘ भाजपा इसे चंद्रबाबू नायडू की अवसरवादी राजनीति का सटीक उदाहरण मानती है। यह सहूलियत की सियासत है।’’
तेदेपा पिछले लोकसभा चुनाव से एक वर्ष पहले यानी वर्ष 2013 में राजग से जुड़ी थी। 2014 में भाजपा के समर्थन से उसे जनादेश हासिल हुआ था। राव ने कहा, ‘‘ वर्ष 2018 में, एक बार फिर चुनाव से एक वर्ष पहले वह (नायडू) सुविधा से अलग हो गए। अलग होने का कारण यह सुनिश्चित करना है कि भाजपा नहीं बढ़ पाए और आंध्र प्रदेश में राजनीतिक तौर पर समानता हासिल ना कर पाए।’’
उन्होंने कहा,‘‘ इस घटनाक्रम को हम आंध्र प्रदेश में भाजपा के खड़े होने के अवसर के रूप में भी देखते हैं।’’ राव ने कहा,‘‘ हम इसे तेदेपा से अलग होने के ऐतिहासिक अवसर के रूप में देखते हैं, जिससे भाजपा को अपने दम पर विकसित होने (आंध्र में) का स्पष्ट और खुला मौका मिला है, वैसा जनादेश पाने का अवसर जो लोगों ने देशभर में राज्य दर राज्य भाजपा को दिया है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि विशेष श्रेणी के मु्द्दे का लोगों को भ्रमित करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
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