भोपाल। नागरिकता कानून बन जाने के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति भी गर्मा गई है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के एक मुस्लिम विधायक ने इस कानून को लेकर सीएम कमलनाथ को खुली चुनौती दे दी है। विधायक आरिफ मसूद ने कहा है कि अगर मध्य प्रदेश में इस कानून को लागू किया गया तो वो इस्तीफा दे देंगे।
‘सोनिया गांधी करेंगी फैसला’
मुस्लिम विधायक द्वारा यूं अपनी ही सरकार को खुली चुनौती दिए जाने के बाद जहां कमलनाथ सरकार की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। मध्य प्रदेश सरकार के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि मध्यप्रदेश में एनआरसी और कैब लागू होगा या नहीं इस विषय पर फैसला सोनिया गांधी करेंगी।
मध्य प्रदेश कांग्रेस MLA आरिफ मसूद का बड़ा बयान, बोले- प्रदेश सरकार ने NRC लागू किया तो इस्तीफा दे दूंगा
विश्वास सारंग ने साधा आरिफ मसूद पर निशाना
एनआरसी और कैब पर मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार और उनके विधायक की तकरार पर भाजपा ने चुटकी ली है। भाजपा के भोपाल से विधायक और पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि जिस तरह का बयान आरिफ मसूद ने दिया है उससे ऐसा लगता है कि ये भोपाल के नहीं बल्कि इस्लामाबाद के विधायक हैं। विश्वास सारंग यहीं नहीं रुके, उन्होंने कमलनाथ सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि सीएम कमलनाथ को यह बताना चाहिए कि वो अपने विधायक की इस बात से कितना इत्तेफाक रखते हैं।
सीएम कमलनाथ बोले- जो कांग्रेस का रुख, वही MP सरकार का रुख
नागरिकता कानून को लेकर जब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जो रुख कांग्रेस का होगा वही रुख उनकी सरकार का होगा। उन्होंने कहा, ''कोई भी ऐसा कानून जो समाज को बांटता है। उस पर कांग्रेस का जो रुख होगा वही रुख मध्यप्रदेश सरकार अपनाएगी।"
कमलनाथ ने यह भी कहा कि अर्थव्यवस्था की स्थिति से ध्यान भटकाने के लिए नागरिकता संशोधन सरीखे विधेयक लाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि देश का विमर्श स्वतः नहीं बदल रहा है, बल्कि इसे सुनियोजित ढंग से बदला जा रहा है। मध्यप्रदेश प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत का तानाबाना ही सहिष्णुता और अनेकता में एकता है तथा इसी आधार पर देश आगे बढ़ सकता है।
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