नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बदलने की अंदरखाने चल रही चर्चा के बीच बीती रात कांग्रेस के कई विधायक रायपुर से एक साथ दिल्ली पहुंचे। शिशुपाल सोरी, संतराम नेताम, ममता चंद्राकर, गणपत जांगड़े, लक्ष्मी ध्रुव, अमर निषाद, विनय भगत और किस्मत लाल दिल्ली पहुंचे हैं। मीडिया से बातचीत में विधायकों ने यही कहा कि वो निजी काम से दिल्ली जा रहे हैं लेकिन बातों-बातों में ये भी कह दिया कि सीएम भूपेश बघेल के समर्थन में उनकी दिल्ली यात्रा हो रही है और वो दिल्ली में सीनियर नेताओं से मुलाकात करेंगे। विधायक लाल ने सीएम बदलने की मांग का विरोध किया और कहा कि छत्तीसगढ़ में सीएम बदलने की जरूरत नहीं है।
उधर, छत्तीसगढ़ में सीएम पद की दावेदार रहे मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी मीडिया से खुलकर कहा कि छत्तीसगढ़ में एक बदलाव की बात हो रही है। छत्तीसगढ़ में जो हो रहा है वो किसी से छिपा नहीं है। दरअसल छत्तीसगढ़ में टीएस सिंहदेव बार-बार ढाई साल के सीएम फॉर्मूले की बात करते हैं। उनका कहना है कि हाईकमान ने 2018 में इसी फॉर्मूले के तहत भूपेश बघेल को सीएम बनाया था। विधायकों की दिल्ली दौड़ पर सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ की राजनीति में बदलाव की बात हो रही है। ये अब किसी से छिपा नहीं है।
छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर तकरार है। दरअसल यह मामला ढाई-ढाई साल के रोटेशन का है। इसे लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव, सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ बगावती तेवर अपनाते रहे हैं। करीब ढाई साल पहले छतीसगढ़ में भारी बहुमत से आई कांग्रेस सरकार में 17 दिसम्बर 2018 को भूपेश बघेल सीएम बनाए गए थे। माना जाता है कि उस समय कांग्रेस ने छतीसगढ़ के वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को ये कह कर बघेल के नाम पर राज़ी किया था कि ढाई साल बाद मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया जाएगा।
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