पंजाब: सिद्धू के बाद अब कैप्टन ने बुलाए विधायक और मंत्री, CM आवास पर बैठक
अमरिंदर सिंह ने विधायकों को अपने सरकारी आवास पर बुलाया। कई मंत्री भी बैठक के लिए पहुंचे।
चंडीगढ़: नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की कमान मिलने के बाद भी पार्टी का अंदरूनी झगड़ा अभी खत्म नहीं हुआ है। चंडीगढ़ में जबरदस्त गहमागहमी है। सोमवार को पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने चंडीगढ़ के पार्टी दफ्तर में विधायकों और सरकार के मंत्रियों के साथ बैठक की। पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी विधायकों के साथ सिद्धू की यह पहली बैठक थी।
वहीं, अब इसके बाद अमरिंदर सिंह ने विधायकों को अपने सरकारी आवास पर बुलाया। कई मंत्री भी बैठक के लिए पहुंचे। पहले यह बैठक सुबह 11 बजे होने थी लेकिन इसका समय बदल दिया गया था।विधायकों और मंत्रियों के साथ बैठक से पहले अमरिंदर सिंह और पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह ने भी मुलाकात की थी।
बैठक में पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू, पंजाब विधानसभा अध्यक्ष राणा के पी, मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, विधायक निर्मल सिंह, विधायक हरमिंदर सिंह गिल, मंत्री ब्रम महिंद्रा, विधायक हरदयाल काम्बोज, विधायक राज कुमार, विधायक मदन लाल, विधायक सुखपाल भुल्लर, विधायक नवतेज चीमा और विधायक सुशील कुमार रिंकू शामिल हुए।
वहीं, कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा राज्य में पार्टी के सभी सांसदों और विधायकों को 21 जुलाई को लंच पर बुलाए जाने की खबरों को उनके मीडिया सलाहकार ने नकार दिया है। अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठकराल ने ट्वीट कर कहा कि अमरिंदर सिंह ने ऐसे किसी लंच के लिए कोई आमंत्रण नहीं दिया है।
रविवार को पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष बने सिद्धू
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी की पंजाब इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया। सोनिया गांधी ने राज्य के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की कड़ी आपत्ति के बावजूद यह फैसला लिया था। सोनिया गांधी ने अगले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सिद्धू की सहायता के लिए चार कार्यकारी अध्यक्षों की भी नियुक्ति की है।
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पार्टी की पंजाब इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर शीर्ष नेतृत्व का आभार जताते हुए सोमवार को कहा कि वह राज्य में पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए और अधिक काम करेंगे।
सिद्धू ने ट्वीट किया, ''आज से हम सभी को एक ही सपने के लिए आगे बढ़कर काम करना और पंजाब में कांग्रेस के अजेय किले को मजबूत करना है। मैं माननीय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का विशेष रूप से आभारी हूं कि उन्होंने मुझ पर विश्वास किया और मुझे यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी।''