नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश में पार्टी के अध्यक्ष कमल नाथ ने गुरुवार को मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन नहीं होने को लेकर बयान दिया है। कमल नाथ ने कहा कि बसपा की तरफ से कांग्रेस को सीटों के बंटवारे पर जो लिस्ट सौंपी गई वह ऐसी सीटें थीं जहां बसपा के जीतने की कोई संभावना ही नहीं है और जिन सीटों पर वे जीत सकते हैं वे लिस्ट में शामिल ही नहीं हैं।
कमल नाथ के इस बयान से अर्थ निकाला जा रहा है कि कई सीटें ऐसी हैं जहां बसपा और कांग्रेस का अगर संयुक्त उम्मीदवार होता तो भी वहां जीत संभव नहीं होती।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस 15 साल से सत्ता से बाहर है और इस बार वह सत्ता में वापसी के लिए पूरी ताकत लगा रही है। पार्टी ने मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए अपने कई वरिष्ठ नेताओं को लगा रखा है। कमलनाथ के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया लंबे समय से मध्य प्रदेश में सभाएं कर रहे हैं। उनके अलावा 2 बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके दिग्विजय सिंह भी वहीं लगे हुए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कई बार मध्य प्रदेश से अपने भाषणों के जरिए केंद्र सरकार को घेर चुके हैं।
यानि कुल मिलाकर कांग्रेस अपनी पूरी ताकत मध्य प्रदेश में झोंक रही है, पूरी ताकत लगाने के बाद भी कांग्रेस के नेता बयान दे रहे हैं कि बसपा ने ऐसी सीटों की लिस्ट दी जिनपर उनके उम्मीदवारों की जीत कभी संभव ही नहीं थी।
बुधवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करने की घोषणा की, मायावती ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया और कांग्रेस के बारे में कहा कि उसे अहंकार हो गया है।
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