लखनऊ: मध्य प्रदेश के गुना में दलित परिवार की फसल को बरबाद करने और दंपती को आत्महत्या के प्रयास को मजबूर करने की घटना को बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने अति क्रूर व शर्मनाक बताया है और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है। मायावती ने बृहस्पतिवार को ट्वीट में कहा, ''मध्य प्रदेश के गुना में पुलिस व प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के नाम पर दलित परिवार की कर्ज लेकर तैयार की गई फसल को जेसीबी मशीन से बरबाद करके उस दंपती को आत्महत्या का प्रयास करने को मजबूर कर देना अति-क्रूर व अति-शर्मनाक है। इस घटना की देशव्यापी निन्दा स्वाभाविक है। सरकार सख्त कार्रवाई करे।''
मायावती नेता ने दूसरे ट्वीट में कहा, ''एक तरफ भाजपा व इनकी सरकार दलितों को बसाने का ढिंढोरा पीटती है जबकि दूसरी तरफ उनको उजाड़ने की घटनाएं उसी तरह से आम हैं जिस प्रकार से पहले कांग्रेस पार्टी के शासन में हुआ करती थीं, तो फिर दोनों सरकारों में क्या अन्तर है? खासकर दलितों को इस बारे में भी जरूर सोचना चाहिए।''
बता दें कि जमीन से अवैध कब्जा हटाने पहुंची पुलिस से किसान ने फसल कट जाने तक रुकने के लिए कहा। पुलिस नहीं मानी तो उन्होंने खेत में ही कीटनाशक पी लिया। कीटनाशक पी लेने के बाद पुलिस द्वारा दंपत्ति को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां फिलहाल उनकी हालत में सुधार है।
कांग्रेस ने इस मुहिम की आलोचना करते हुए घटना के लिये जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जिलाधिकारी एस विश्वनाथन ने कहा, ‘‘शहर की सीमा में सरकारी मॉडल कॉलेज के लिये एक जमीन आरक्षित थी। इस जमीन पर राजकुमार अहिरवार (38) और उसकी पत्नी सावित्री (35) खेत पर काम कर रहे थे। इन्हें वहां एक अतिक्रमणकर्ता गब्बू पारदी द्वारा बटाई पर काम दिया गया था।’’
भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी ट्वीट कर घटना की निंदा की और कहा कि उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया है। इसके थोड़ी देर बाद ही प्रदेश सरकार एक्शन में आ गई। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गुना के कलेक्टर एस विश्वनाथन और एसपी तरुण नायक को पद से हटा दिया। देर रात राजेश कुमार सिंह को गुना का नया एसपी बनाने का आदेश भी सरकार ने जारी कर दिया।
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