नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के यूथ विंग की नेता प्रियंका शर्मा को तत्काल रिहा नहीं करने पर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार को जमकर फटकार लगाई। कोर्ट ने मंगलवार को ही प्रियंका को रिहा करने का आदेश दिया था। प्रियंका को मंगलवार को ही रिहा न करने का कारण बताते हुए बंगाल सरकार ने कहा कि औपचारिकताएं पूरी करने में वक्त लगता है इसलिए उन्हें आज सुबह 9.40 पर उन्हें रिहा किया गया। सरकार की इस दलील पर कोर्ट ने कहा कि हमारे आदेश के बाद भी उन्हें तत्काल रिहा क्यों नहीं किया गया? वहीं, रिहा होने के बाद प्रियंका ने कहा कि वह अपनी लड़ाई जारी रखेंगी और माफी नहीं मांगेंगी।
कोर्ट ने पूछा- प्रियंका को तुरंत रिहा क्यों नहीं किया?
आपको बता दें कि प्रियंका को बुधवार की सुबह 9:40 पर रिहा किया गया और वह सुधारगृह से निकलने के बाद सीधे बीजेपी दफ्तर पहुंचीं। सुप्रीम कोर्ट ने प्रियंका को मंगलवार को ही रिहा न किए जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा, 'जमानत देने के बाद भी प्रियंका को तुरंत रिहा क्यों नहीं किया गया? हमारा आदेश साफ था और इसका तुरंत पालन होना चाहिए। अगर उन्हें तत्काल रिहा नहीं किया गया तो इसे अवमानना माना जाएगा।' सुप्रीम कोर्ट ने प्रियंका की गिरफ्तारी पर भी सवाल उठाए और कहा कि प्रथम दृष्टया तो ऐसा लग रहा है कि प्रियंका शर्मा की गिरफ्तारी मनमाने तरीके से की गई।
प्रियंका ने कहा, जारी रखूंगी लड़ाई वहीं, रिहा होने के बाद प्रियंका शर्मा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें उन्होंने कहा कि वह ये लड़ाई जारी रखेंगी। प्रियंका ने कहा, ‘मेरी जमानत कल ही मंजूर कर दी गई थी, लेकिन मुझे 18 घंटे बाद तक रिहा नहीं किया गया। उन्होंने मुझे अपने वकील और परिवार से मिलने की अनुमति नहीं दी। उन्होंने मुझे एक माफीनामे पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा। मैं इस केस में लड़ूंगी। मुझे नहीं लगता कि मैंने ऐसा कुछ किया है जिसके लिए मुझे माफी मांगनी चाहिए।’ आपको बता दें कि प्रियंका शर्मा को बंगाल की सीएम
ममता बनर्जी का मीम शेयर करने पर अरेस्ट किया गया था। गिरफ्तारी के खिलाफ उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जहां से उन्हें जमानत मिल गई।
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