अमरावती (आंध्र प्रदेश): भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो मंत्रियों कमनेनी श्रीनिवास और पी.मणिक्याला राव ने गुरुवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू को इस्तीफा सौंप दिया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कमिनेनी श्रीनिवास और एन्डोमेंट मंत्री और पी.मणिक्याला राव ने विधानसभा में मुख्यमंत्री के कक्ष में उनसे मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने इस अवसर के लिए नायडू का आभार भी जताया। वहीं, मुख्यमंत्री ने भी उनके कामकाज की प्रशंसा की।
इसके बाद श्रीनिवास ने कहा, "मुझे साढ़े तीन साल से अधिक समय तक उनके साथ काम करने का मौका मिला। मैंने हाल ही में उनसे अपने काम को लेकर उनकी राय पूछी थी। उन्होंने मुझे यह प्रमाणपत्र दिया कि मेरा कोई दुश्मन नहीं है।" मणिक्याला राव ने कहा कि उन्होंने नायडू के प्रशासन में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर जोर देने की वजह से कंप्यूटर चलाना सीखा।
उन्होंने कहा, "पहले मुझे सिर्फ फोन कॉल करना और रिसीव करना आता था। मैंने मोबाइल संदेश भी नहीं भेजा था लेकिन अब नायडू के प्रौद्योगिकी पर जोर देने की वजह से मैं कंप्यूटर चलाना भी सीख गया हूं।" पार्टी अधिकारी ने बताया कि दोनों भाजपाई मंत्रियों ने राज्य की विधानसभा में वित्त मंत्री वाई.रामकृष्णनुडू के 2018-19 का बजट पेश करने से पहले इस्तीफा दे दिया। कमिनेनी श्रीनिवास और पी.मणिक्याला राव बजट को औपचारिक रूप से मंजूरी देने के लिए अमरावती में आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे।
यह ताजा घटनाक्रम आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने के केंद्र सरकार के इनकार के विरोध में तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) द्वारा बुधवार रात को नरेंद्र मोदी सरकार के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से समर्थन वापस लेने की घोषणा के बाद सामने आया है। मुख्यमंत्री नायडू ने यह कदम उठाते हुए कहा था कि केंद्र ने राज्य के साथ अन्याय किया है। इस दौरान चंद्रबाबू नायडू ने संवाददाताओं को बताया था कि केंद्र में तेदेपा के दो मंत्री पी.अशोक गजपति राजू (नागरिक उड्डयन मंत्री) और वाई.एस.चौधरी (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री) गुरुवार अपना इस्तीफा देंगे।
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