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कांग्रेस में शामिल होंगे कर्नाटक से बीजेपी सांसद बीएन बाचेगौड़ा के बेटे शरद

भारतीय जनता पार्टी के सांसद बी. एन. बाचेगौड़ा के बेटे एवं निर्दलीय विधायक शरद बाचेगौड़ा ने गुरुवार को ऐलान किया कि वह इसी महीने कांग्रेस पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं।

Sharath Bachegowda, Sharath Bachegowda Congress, Congress Bachegowda- India TV Hindi Image Source : FACEBOOK.COM/SBG4HOSAKOTE/PTI शरद बाचेगौड़ा ने दिसंबर 2019 में होसकोट विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ने वाले एम. टी. बी. नागराज को शिकस्त दी थी।

बेंगलुरु: भारतीय जनता पार्टी के सांसद बी. एन. बाचेगौड़ा के बेटे एवं निर्दलीय विधायक शरद बाचेगौड़ा ने गुरुवार को ऐलान किया कि वह इसी महीने कांग्रेस पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं। कांग्रेस में 26 फरवरी को शामिल होने के बारे में लगाई जा रही अटकलों के बीच शरद ने कहा,‘मैंने इसके लिए कोई तारीख तय नहीं की है, लेकिन इसी महीने मैं कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रह हूं।’ शरद की इस घोषणा ने अब उनके अगले राजनीतिक कदम की पुष्टि कर दी है। शरद ने यह भी कहा है कि उन्होंने अपने पिता को इस बारे में औपजारिक तौर पर कुछ नहीं बताया है।

बीजेपी से बगावत करके जीते थे चुनाव
बीजेपी से बगावत करने के बाद शरद ने दिसंबर 2019 में होसकोट विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में भगवा पार्टी के टिकट से चुनाव लड़ने वाले एम. टी. बी. नागराज को शिकस्त दी थी। नागराज, कांग्रेस के उन असंतुष्ट विधायकों में शामिल थे, जिन्होंने 2019 में विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था, जिससे कांग्रेस-JDS गठबंधन सरकार गिर गई थी। वह बाद में बीजेपी में शामिल हो गए थे, लेकिन उपचुनाव में हार गए थे। यह आरोप लगाया गया था कि बाचेगौड़ा ने अपने बेटे शरद को जिताने के लिए अप्रत्यक्ष तौर पर मदद की, लेकिन उन्होंने आरोपों को खारिज कर दिया था।

‘अपने पिता को कुछ नहीं बताया है’
शरद ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने के अपने निर्णय के बारे में अपने पिता को औपचारिक रूप से जानकारी नहीं दी है। उन्होंने कहा,‘सब कुछ सार्वजनिक है, इसलिए मैंने उन्हें अभी कुछ नहीं बताया है। उन्हें इस बात की जानकारी होगी।’ बीजेपी सूत्रों ने बताया कि शरद भगवा दल का दामन थामना चाहते थे, लेकिन मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा और पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने इसकी इजाजत नहीं दी। दरअसल, वे शरद के पार्टी से बगावत करने और पार्टी के उम्मीदवार को हराने के चलते उनसे (शरद से) बेहद नाराज बताए गए। (भाषा)

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