2019 के लिए BJP का रोडमैप तैयार, 15 मुख्यमंत्रियों के साथ मोदी-शाह का मंथन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आज अपने शासन वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं उपमुख्यमंत्रियों की बैठक में पार्टी ने अपनी तैयारियों एवं संगठनात्मक स्थिति पर चर्चा की।
नई दिल्ली: भाजपा ने आज जोर दिया कि अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव में सभी को साथ लेते हुए नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा अब से अधिक बहुमत से सरकार बनाएगी। केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी ने यह भी दावा किया कि इस साल के अंत तक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी भाजपा जीत दर्ज करेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आज अपने शासन वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं उपमुख्यमंत्रियों की बैठक में पार्टी ने अपनी तैयारियों एवं संगठनात्मक स्थिति पर चर्चा की। इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, नितिन गडकरी आदि ने भी हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार की कल्याण योजनाओं एवं उसके क्रियान्वयन को लेकर समीक्षा बैठक भी की। इसमें राज्यों ने जो काम किए हैं, उनका लेखाजोखा लिया गया। इसके अलावा किसानों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि के सरकार के फैसले, राष्ट्रीय नागरिक पंजी, अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के लोगों के अधिकारों की रक्षा के संदर्भ में उठाये गए कदम, ओबीसी राष्ट्रीय आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के कदम आदि के बारे में भी चर्चा की गई।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह ने बैठक के बारे में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए कहा कि बैठक में 2019 में आसन्न लोकसभा चुनाव और राजस्थान, छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी के बारे में चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री परिषद ने बैठक के दौरान यह संकल्प लिया कि 2019 में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे और अभी से अधिक बहुमत के साथ विजयी होंगे। सिंह ने कहा कि बैठक के दौरान पूरे देश में हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को जनता से मिले सम्मान के लिए जनता को धन्यवाद दिया गया।
उन्होंने कहा कि पिछली बैठक से अब तक हमने नए साथी जोड़े और इस दौरान त्रिपुरा एवं नगालैंड में सरकार बनाई। कर्नाटक में हम सबसे बड़ी पार्टी बने, सरकार बनाने के आंकड़े से कुछ सीटें ही कम रहे जबकि हमारा वोट शेयर बढ़ा। बैठक के दौरान इस बात पर जोर दिया गया कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी के संबंध में हमारी पार्टी का स्पष्ट मत है कि विदेशी अवैध घुसपैठियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक के दूसरे खंड में अलग अलग राज्यों में सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं पर अमल को लेकर चर्चा हुई।
रमण सिंह ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के संदर्भ में हम 90 प्रतिशत खुले में शौच से मुक्त होने की दिशा में बढ़ रहे हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रगति की भी समीक्षा की गई। बैठक के दौरान उज्जवला योजना के बारे में भी चर्चा हुई और इस विषय को रेखांकित किया गया कि राज्यों में इसकी गति को कैसे बढ़ाया जा सकता है। आयुष्मान योजना के संदर्भ में भी अलग अलग राज्यों में लागू किए जाने के बारे में उपायों पर चर्चा हुई जिसमें 5 लाख रूपये तक स्वास्थ्य बीमा कवर की बात कही गई है।
छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, बिहार, उत्तरप्रदेश में बुनियादी आधारभूत संरचना की दिशा में जो काम किया गया है, उसके बारे में जनता की प्रतिक्रिया पर चर्चा हुई। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा कि बैठक में गरीब कल्याण का बड़ा संकल्प लेकर 2019 के लोकसभा चुनाव और तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव में अब से अधिक बहुमत से सरकार बनाने का संकल्प किया गया। बैठक में नागरिकता संशोधन विधेयक पर भी चर्चा हुई जिसमें पाकिस्तान, बांग्लादेश में प्रताड़ित अल्पसंख्यक के भारत आने पर उन्हें स्थान दिए जाने की बात कही गई है।
तीन राज्यों में इस वर्ष के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्यप्रदेश की अलग अलग परिस्थितियां है, इसके लिए अलग अलग समीकरण और अलग अलग रणनीति होगीं इस बारे में प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष से सुझाव भी मिले। समझा जाता है कि इस बैठक में 2019 के चुनाव एवं उससे पहले कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान को लेकर रूपरेखा का निर्धारण एवं विचार विमर्श किया गया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के साथ बैठक की शुरुआत की।
बैठक में अलग-अलग सत्र में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। इनमें 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों में प्रचार अभियान की रणनीति, राजग गठबंधन, संगठन स्तर पर कामकाज समेत केंद्रीय योजनाओं को राज्यवार और प्रभावी तरीके से क्रियान्वित कराने की रणनीति पर मंथन किया गया। प्रधानमंत्री मोदी पार्टी नेताओं से सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रचार जनता के बीच करने पर जोर देते रहे हैं।