पणजी: गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की बीमारी के बावजूद उनपर कार्यालय लौटने का दबाव डालने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर बरसते हुए गोवा कांग्रेस के एक शीर्ष नेता ने शुक्रवार को कहा कि पर्रिकर के लिए यह एक 'आत्मघाती कदम' है। राज्य कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने कहा कि पर्रिकर की लंबी बीमारी की वजह से गोवा का प्रशासन बीमार हो गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बीमार मुख्यमंत्री को काम के लिए बाध्य कर रही है, जो पैंक्रियाटिक कैंसर के करीब तीन महीने लंबे इलाज के बाद अमेरिका से लौटे हैं।
चोडनकर ने कहा, "कांग्रेस पार्टी व पर्रिकर के करीबी इसे आत्मघाती मानते हैं। वह अपना स्वास्थ्य बर्बाद कर रहे हैं और इसका परिणाम आत्महत्या की तरह है। क्या उनकी पार्टी इसके लिए बाध्य कर रही है। भाजपा पर्रिकर के स्वास्थ्य को लेकर लापरवाह हो रही है।" चोडनकर ने कहा, "भाजपा क्या उन्हें काम करने को मजबूर कर रही है और गोवा में सहानुभूति राजनीति की एक नई शैली बना रही है।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पर्रिकर को लेकर चिंतित है और उन्हें अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने और जब वह स्वस्थ हो जाए तो प्रभार संभालने की सलाह देती है। उन्होंने कहा कि पर्रिकर ने सलाह दी है कि जिन्हें सर्दी-जुकाम है, वे उनके नजदीक नहीं आएं। उन्होंने कहा, "यह संकेत देता है कि उनके साथ सब कुछ सही नहीं है और उनके साथ अभी भी चिकित्सकीय प्रतिबंध हैं।"
पर्रिकर ने गोवा लौटकर 14 जून को मुख्यमंत्री का प्रभार संभाल लिया। उनका अमेरिका के न्यूयॉर्क अस्पताल में पैंक्रियाटिक कैंसर का करीब तीन महीनों तक इलाज चला है। इससे पहले वे फरवरी में मुंबई व गोवा में अस्पताल में भर्ती हुए थे।
चोडनकर ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली के चिकित्सा प्रक्रिया से गुजरने के दौरान उनका प्रभार लेकर दूसरे मंत्री को दे सकते हैं तो गोवा के मुख्यमंत्री जो अभी पूरी तरह से फिट नहीं हैं, क्यों परेशानी उठा रहे हैं।
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