नई दिल्ली: ब्रिटेन की कोर्ट के फैसले के बाद भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी को भारत लाने का रास्ता साफ होने के बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव ने जस्टिस मार्कंडेय काटजू पर तीखा हमला बोला है। बीजेपी महासचिव ने जस्टिस काटजू से पूछा है कि आखिर उन्होंने किसके इशारे पर भगोड़ा कारोबारी को बचाने की कोशिश करते हुए देश के खिलाफ जाकर नीरव मोदी का प्रत्यर्पण रोकने की कोशिश की और इसके लिए उन्होंने ब्रिटेन की कोर्ट में पैरवी की।
दरअसल, जस्टिस काटजू और जस्टिस अभय थिप्से ने ब्रिटेन की कोर्ट में नीरव मोदी के समर्थन में एक्सपर्ट राय रखी थी। जस्टिस काटजू ने भारतीय न्यायपालिका में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सरकार की तरफ सुझाव की बात कही थी। जस्टिस काटजू ने नीरव मोदी की प्रत्यर्पण रोकने से जुड़ी दलीलों का समर्थन किया था। हालांकि, जस्टिस काटजू की इस बात को यूके के जज सैम गूजी ने जहां खारिज कर दिया, वहीं एजेंडा चलाने को लेकर तीखी आलोचना भी की।
इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता भूपेंद्र यादव ने ट्वीट कर कहा, कांग्रेस नियुक्त मरक डेय काटजू और पार्टी नेता अभय थिप्से ने उस नीरव मोदी को बचाने की कोशिश की, जिसने भारतीय बैंकों को अरबों का चूना लगाया। ब्रिटेन की अदालत ने उनका भंडाफोड़ किया। क्या राष्ट्र से बड़ा धन है? राहुल गांधी, आपकी चुप्पी उत्तर है। एक अन्य ट्वीट में भूपेंद्र यादव ने सवाल करते हुए कहा, काटजू क्या आप बता सकते हैं कि आप नीरव मोदी के प्रत्यर्पण का अनुरोध रोकने के लिए देश के खिलाफ क्यों गए? आपने किसके इशारे पर काम किया?
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