नई दिल्ली: 2019 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी ने एक बेहद ही अहम फैसला लिया है। भाजपा ने शनिवार को फैसला किया कि 2019 लोकसभा चुनाव तक अमित शाह ही पार्टी के अध्यक्ष बने रहेंगे। इसके अलावा पार्टी ने अपने संगठनात्मक चुनाव को टालने का निर्णय लिया है। इससे यह साफ हो गया कि इन लोकसभा चुनावों के दौरान भाजपा की कमान अमित शाह के ही हाथों में होगी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर यह शाह का पहला लोकसभा चुनाव होगा।
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक से इतर कहा, ‘संगठनात्मक चुनाव एक बड़ा कार्य है और इसमें बहुत समय लगता है। सभी कार्यकर्ता इसमें शामिल होते हैं। इसलिए 2019 लोकसभा चुनाव पूरा होने तक संगठनात्मक चुनाव को टालने का निर्णय लिया जा रहा है।’ सूत्रों ने कहा कि शाह के नेतृत्व में पार्टी पदाधिकारियों, राज्य भाजपा प्रमुखों और महासचिवों (संगठन) के साथ बैठक में इस मामले पर चर्चा हुई और राष्ट्रीय कार्यकारिणी इस संबंध में प्रस्ताव पारित करेगी।
पार्टी के संविधान के अनुसार, कोई भी योग्य उम्मीदवार 3 वर्षो के 2 कार्यकाल तक पार्टी अध्यक्ष का पद संभाल सकता है। शाह को 24 जनवरी, 2016 को दूसरे कार्यकाल के लिए निर्विरोध 3 वर्षो के लिए चुने गए थे। इससे पहले उन्होंने 24 जुलाई से गृहमंत्री राजनाथ सिंह के अधूरे कार्यकाल को पूरा किया था। उनका दूसरा कार्यकाल 26 जनवरी, 2019 को पूरा होने वाला है। पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के बारे में भाजपा सचिव राहुल सिन्हा ने शाह के हवाले से पत्रकारों को बताया कि पार्टी 2019 चुनाव में मोदी सरकार के प्रदर्शन और संगठन की ताकत के बल पर उतरेगी।
सिन्हा ने कहा, ‘विपक्षी पार्टियां लोगों के बीच भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन वे सफल नहीं होंगी। हम 2019 लोकसभा चुनाव बड़े अंतर से जीतेंगे।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार दोपहर बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करेंगे।
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