कोलकाता: टीपू सुल्तान के एक वंशज ने गुरुवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कुछ अन्य संगठन मैसूर के शासक टीपू के जयंती समारोह के नाम पर 'गंदी राजनीति' कर रहे हैं। उन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दखल देने का अनुरोध किया।
टीपू सुल्तान के वंशज शहजादा अनवर अली शाह ने भाजपा और विश्व हिदू परिषद (विहिप) पर आरोप लगाया कि वे टीपू को अत्याचारी और असहिष्णु के रूप में पेश कर देश की छवि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर धूमिल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण ही नहीं, बल्कि खतरनाक भी है कि भाजपा, विहिप और हाशिये पर पड़े संगठन टीपू सुल्तान पर गंदी राजनीति खेल रहे हैं। टीपू सुल्तान देश की आजादी के लिए लड़ने वाले प्रथम योद्धाओं में से एक थे।"
शाह ने कहा, "एक तरफ मोदी विदेश जा रहे हैं और भारत को निवेश के लिए एक बेहतर जगह बता रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ उनकी ही पार्टी के लोग इतिहास को बिगाड़ कर और एक ऐतिहासिक हस्ती को बदनाम कर देश की छवि धूमिल कर रहे हैं।"
कोलकाता के टालीगंज में रहने वाले शाह का संबंध टीपू सुल्तान के सबसे छोटे बेटे गुलाम मुहम्मद से है, जो 1806 में कोलकाता आ गए थे। उन्होंने टीपू के 'हिंदू विरोधी' होने की सत्यता की जांच का आग्रह किया।
शाह ने कहा, "बात सिर्फ टीपू सुल्तान की नहीं है। समय आ गया है जब प्रधानमंत्री देखें कि इतने लोग क्यों पुरस्कार लौटा रहे हैं और असहिष्णुता बढ़ने पर चिंता जता रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री कौन सा संदेश लेकर लंदन गए हैं जब इस तरह की बातें देश में हो रही हैं? मेरा मानना है कि मोदी को इस मामले में दखल देना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश के लिए महान कुर्बानियां देने वाले शहीदों का मान न घटे। यह प्रधानमंत्री का काम है कि वह सुनिश्चित करें कि टीपू जैसे शहीदों को अपमानित नहीं किया जाए।"
शाह ने कहा कि वह इस मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और प्रधानमंत्री से मिलेंगे।
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