नीतीश कुमार को बड़ा झटका, विधायक ने थाम ली 'लालटेन'
बिहार में अररिया संसदीय सीट और दो विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की घोषणा होते ही सत्ताधारी जनता दल (युनाइटेड) को बड़ा झटका लगा है।
पटना: बिहार में अररिया संसदीय सीट और दो विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की घोषणा होते ही सत्ताधारी जनता दल (युनाइटेड) को बड़ा झटका लगा है। जद (यू) के विधायक और पूर्व सांसद तस्लीमुद्दीन के पुत्र सरफराज अहमद ने शनिवार को जद (यू) से इस्तीफा देकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की सदस्यता ग्रहण कर ली। इसी बीच, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक जद (यू) ने उपचुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की है। विधायक सरफराज अहमद ने शनिवार को पहले विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद सीधे पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी आवास पहुंचे और उनसे मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने जद (यू) से इस्तीफा देकर राजद की 'लालटेन' थाम ली। राजद उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने सरफराज को राजद की सदस्यता ग्रहण करवाई।
सरफराज ने कहा, "मैंने जद (यू) से इस्तीफा दे दिया है। पिता के निधन के बाद मां और क्षेत्र के लोगों का दबाव राजद की सदस्यता ग्रहण करने की थी, क्योंकि पिताजी राजद के गठन के समय से ही राजद के साथ थे।" उन्होंने कहा, "मैंने अपनी मां के कहने पर इस्तीफा दिया है। मुझे किसी से कोई नाराजगी नहीं है। पिता के कई सपनों को पूरा करने के लिए मैं अररिया सीट से चुनाव लड़ूंगा।" सांसद तस्लीमुद्दीन के निधन के कारण अररिया की सीट रिक्त हुई है।
सरफराज के इस्तीफे के बाद तय माना जा रहा है कि वे अपने पिता की जगह अररिया से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। इस बीच जद (यू) ने उपचुनाव में किसी भी सीट से चुनाव न लड़ने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने शनिवार को कहा कि जिन तीन सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें कोई भी जद (यू) की सिटिंग सीट नहीं है, इस कारण जद (यू) उपचुनाव नहीं लड़ेगा। उल्लेखनीय है कि राज्य के अररिया लोकसभा तथा भभुआ व जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की घोषणा हो चुकी है। यहां 11 मार्च को मतदान होना है।