नई दिल्ली: भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने रविवार को आरोप लगाया कि अयोध्या में ‘धर्म सभा’ का उद्देश्य अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले ‘‘धार्मिक उन्माद’’ फैलाना है। उन्होंने कहा कि वह सोमवार को अधिकारियों से यह अनुरोध करने के लिए अयोध्या जाएंगे कि वहां कानून-व्यवस्था बरकरार रखी जाए।
उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा कई जगहों के नाम बदलने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार को अयोध्या का नाम बदलकर साकेत रख देना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि ‘‘बौद्ध काल के दौरान इलाके का यही नाम था।’’
आजाद ने आरोप लगाया, ‘‘अयोध्या में अभी जो हो रहा है वह कुछ और नहीं बल्कि भाजपा और संघ परिवार का धार्मिक उन्माद फैलाने, हिंसा भड़काने और फिर रक्तपात का इस्तेमाल मतदाताओं का ध्रुवीकरण कर 2019 के चुनावों में पार्टी के फायदे के लिए करने का प्रयास है।’’
उन्होंने कहा कि देश संविधान के मुताबिक चलना चाहिए और राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मालिकाना हक विवाद में उच्चतम न्यायालय का जो भी फैसला आए उसका सम्मान सभी द्वारा किया जाना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि दक्षिणपंथी कार्यकर्ता हालांकि अयोध्या पहुंच गए हैं और कानून-व्यवस्था के लिये ‘‘खतरा पैदा ’’ कर रहे हैं। ‘‘इसलिए, मैं सोमवार को अयोध्या जाऊंगा और मैं अपने साथ संविधान की एक प्रति रखूंगा। मैं जिलाधिकारी से भी मिलूंगा और उन्हें याद दिलाउंगा कि कानून का पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए और चीजों को हाथ से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।’’
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