जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच अंदरूनी तकरार थमने का नाम नहीं ले रही है। पीसीसी प्रदेश चुनाव समिती की बैठक के बाद जो हुआ उससे ये माना जा सकता है कि कि दोनों के बीच अब भी टकराव जारी है। गुर्जर समाज के लिए आरक्षण से जुड़े एक सवाल पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का एक इशारा दोनों के बीच की दूरियों को दिखा गया।
दरअसल, पीसीसी दफ्तर के बाहर पत्रकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से सवाल जवाब के लिए इंतजार कर रहे थे। मीटिंग खत्म होने के बाद अशोक गहलोत, सचिन पायलट और अविनाश पांडे बाहर निकले और पत्रकारों से बातचीत की।
इस दौरान इंडिया टीवी ने सवाल किया कि ‘प्रदेश मे गुर्जर आरक्षण को लेकर गुर्जरों ने 8 तारीख का अल्टीमेटम दिया हुआ है इस पर क्या कहना है?’ जैसे ही ये सवाल हुआ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इशारा उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की तरफ कर दिया और मुस्कुराने लगे। क्यंकि, सचिन पायलट गुर्जर समाज से आते है और गुर्जरों के इस आरक्षण को लेकर होने वाले बवाल को हैंडल करने के लिए परिपक्व भी माने जाते हैं।
लेकिन, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस तरह से सवाल को डायवर्ट करने के कई मायने निकाले जा रहे है। सचिन पायलट ने गुर्जर आरक्षण मसले को केंद्र के पाले मे छोड़ दिया है। 5 प्रतिशत आरक्षण को लेकर पायलट ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई नीति को समझेंगे और मोदी सरकार को चिठ्ठी भी लिखेंगे कि जो वायदा पूर्व सरकार ने किया है उसे पूरा किया जाए।
दो दिन पहले ही सचिन पायलट ने कहा कि उनके परिवार से कोई चुनाव में लड़ने नहीं जा रहा है। पायलट के इस बयान के बारे में कहा जा रहा था कि ये अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के चुनाव लड़ने की खबरों को लेकर दिया गया है। और, अब अशोक गहलोत ने काउंटर कर नई सुर्खियां बना दीं।
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