नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की पत्नी ने आरोप लगाया कि सोमवार सुबह से उपराज्यपाल सचिवालय में धरने पर बैठे मंत्रियों के परिजनों को उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही है। सुनीता केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा है कि कैदियों को भी अपने परिजनों से मिलने की अनुमति होती है। मुख्यमंत्री की पत्नी के अनुसार, वह, उनकी सास, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की पत्नी और स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन की पत्नी अपने परिजनों से मिलने उपराज्यपाल सचिवालय गयी थीं , लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गयी।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘माननीय एलजी सर, क्या हम चार महिलाएं मुख्यमंत्री की मां और पत्नी, उपमुख्यमंत्री की पत्नी और सत्येन्द्र जैन की पत्नी आपकी सुरक्षा के लिए खतरा हैं कि आप हमें अपने घर तक जाने वाली सड़क पर प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं? कृपया हस्तक्षेप करें। कृपया सभी से इतना खतरा महसूस न करें।’’
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि दिल्ली के उपराज्यपाल महोदय, हमने देर तक इंतजार किया लेकिन हमें अपने परिवार से मिलने की अनुमति नहीं मिली। कैदियों को भी अपने परिवार से मिलने की अनुमति होती है। एलजी कार्यालय के सूत्रों का कहना है कि मंत्रियों के परिजन उपराज्यपाल कार्यालय से बाहर उनसे मुलाकात कर सकते हैं क्योंकि ऐसी मुलाकातों पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
बता दें कि सत्येंद्र जैन पिछले चार दिनों से और मनीष सिसोदिया तीन दिनों से अनिश्तिकालीन भूख हड़ताल पर हैं। इस बीच गुरुवार को एलजी ने गृह मंत्री से मुलाक़ात की। इधर, सीएम केजरीवाल के दफ़्तर के वेटिंग रूम में बीजेपी विधायकों का धरना भी जारी है।
आम आदमी पार्टी के बाग़ी विधायक कपिल मिश्रा भी बीजेपी विधायकों के साथ हैं। गुरुवार को दिल्ली सचिवालय में बीजेपी विधायकों ने 40 फीट लंबा बैनर लहराया। बैनर में लिखा था कि दिल्ली सचिवालय में कोई हड़ताल नहीं है, दिल्ली के सीएम छुट्टी पर हैं।
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