नई दिल्ली: विवादों में रहने वाले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के एक और फैसले पर विवाद खड़ा हो गया है। सीएम केजरीवाल ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के लिए जासूसी करने वाले उपकरणों के ऑर्डर दिए हैं। इन हाई एंड स्नूपिंग डिवाइस खरीदने का खुलासा एक कैबिनेट नोट के जरिए हुआ है, जिसकी कॉपी इंडिया टीवी के पास है। इस नोट से जाहिर है कि केजरीवाल के ऑफिसर उपकरणों के ज़रिए जाल बिछाकर सर्विलांस मॉनिटर कर सकेंगे।
असल में ACB के लिए जिन उपकरणों को खरीदे जाने की बात हुई है उनके ज़रिये आम आदमी से लेकर प्रधानमंत्री तक किसी की भी जासूसी कराई जा सकती है। हालांकि केजरीवाल सरकार ने ऐसी किसी योजना से इनकार किया है।
दिल्ली सरकार के इस फैसले पर बीजेपी ने कड़ा एतराज़ जताया है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि केजरीवाल अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
केजरीवाल सरकार ने जासूसी के लिए डिवाइस खरीदने के लिए तीन करोड़ ईक्कीस लाख रुपए का बजट तय किया गया है। साथ ही ACB का कुल बजट भी बढ़ाकर पैंतीस करोड़ से ज्यादा कर दिया है जिसमें सीक्रेट सर्विस के लिए अलग से बीस लाख रूपये की राशि आवंटित की गई है।
क्या है स्नूपिंग डिवाइस ?
हाई एंड स्नूपिंग डिवाइस ऐसे उपकरण हैं जिनका इस्तेमाल किसी की भी जासूसी में किया जा सकता है। इन उपकरणों के ज़रिए किसी की बातें रिकॉर्ड की जा सकती हैं। साथ ही किसी का वीडियो भी बनाया सकता है। यहां तक कि मोबाइल फोन की बातचीत भी रिकॉर्ड की जा सकती है।
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